बीसलपुर बांध के गेट नहीं खुले, भराव क्षमता के करीब पहुंचा जलस्तर-मंत्री रावत ने दी सफाई

बीसलपुर बांध के गेट नहीं खुले, भराव क्षमता के करीब पहुंचा जलस्तर-मंत्री रावत ने दी सफाई
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टोंक | टोंक जिले में स्थित बीसलपुर बांध को लेकर मंगलवार सुबह जिस महत्वपूर्ण निर्णय की अपेक्षा की जा रही थी, वह अचानक टल गया। बांध की भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर के करीब पहुंच चुकी है और गेट खोलने का समय भी तय कर लिया गया था, लेकिन ऐन मौके पर बांध परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने चुप्पी साध ली और कहा कि आज गेट नहीं खोले जाएंगे।

हालांकि मौके पर पहुंचे जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने मीडिया से बातचीत में इस स्थिति को स्पष्ट कर कहा कि बांध में अभी करीब एक फीट पानी की जगह शेष है और कैचमेंट एरिया से जल आवक नहीं हो रही है, इस कारण ओवरफ्लो की स्थिति बनने तक गेट नहीं खोले जाएंगे।

जलस्तर पर नजर, गेट खोलने की स्थिति का इंतजार

बीसलपुर बांध की स्थिति लगातार आमजन की निगाहों में बनी हुई है, क्योंकि यह टोंक, अजमेर, जयपुर और अन्य इलाकों की जलापूर्ति का मुख्य स्रोत है। आज सुबह जब गेट खोलने की बात सामने आई, तो इलाके में उत्सुकता का माहौल बन गया। लेकिन परियोजना अधिकारियों की ओर से गेट न खोलने का निर्णय लिए जाने पर जनता और मीडिया दोनों को आश्चर्य हुआ।

बांध परियोजना के इंजीनियरों ने इस संबंध में कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की, लेकिन मंत्री सुरेश रावत ने स्पष्ट किया कि बांध में अभी जल स्तर एक फीट कम है और जब तक पानी ओवरफ्लो नहीं करता, तब तक गेट खोलना व्यवहारिक नहीं होगा। हालांकि हमें उम्मीद है कि जल्द ही पर्याप्त जल आवक होगी और गेट खोले जाएंगे।

बीसलपुर बांध परियोजना के निरीक्षण से पहले जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत का टोंक आगमन हुआ, जहां भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। ढोल-नगाड़ों और जयकारों के बीच कार्यकर्ताओं ने उनका अभिनंदन किया और जिले के जल प्रबंधन कार्यों की सराहना की।

हरियालो राजस्थान अभियान के तहत हुआ वृक्षारोपण

टोंक प्रवास के दौरान मंत्री रावत ने हरियालो राजस्थान अभियान के अंतर्गत 'एक पेड़ मां के नाम' कार्यक्रम का शुभारंभ भी किया। उन्होंने एक निजी महाविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण कर अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर कदम, शहतूत, पीपल जैसे 101 पौधे लगाए गए और इनकी देखरेख हेतु पालक भी नियुक्त किए गए।

मंत्री रावत ने कहा कि पेड़ हमारी संस्कृति और जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। पर्यावरण संतुलन, स्वच्छ वायु और जलवायु के लिए वृक्ष जरूरी हैं। केवल वृक्ष लगाना ही नहीं, उनकी रक्षा करना भी हमारी जिम्मेदारी है। वहीं, भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान ने कहा कि पेड़ प्रकृति के सबसे अनमोल आभूषण हैं। अगर हमें आने वाली पीढ़ियों को एक स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण देना है, तो हमें बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करना होगा।

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