राजस्थान, MP, दिल्ली, पंजाब समेत 7 राज्यों में CBI के छापे, 350 करोड़ से अधिक लेनदेन का मामला

जयपुर । क्रिप्टोकरेंसी लेन-देन और डिजिटल मुद्रा पोंजी योजनाओं में निवेश करवाने का झांसा देकर साइबर ठगी करने के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने राजस्थान सहित सात राज्यों में छापेमारी की।
सीबीआइ ने सात लोगों के दिल्ली, झारखंड, पंजाब, मध्य प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु और राजस्थान में 10 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। चितौड़गढ़ में भी सर्च किया गया। जबकि अन्य कार्रवाई दिल्ली, हजारीबाग, बठिंडा, रतलाम, वलसाड, पुदुक्कोट्टई शहर में हुई। सीबीआइ की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि साइबर अपराध का मॉड्यूल चलाने वाले सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सीबीआइ ने कार्रवाई में 34.20 लाख रुपए व 38,414 अमरीकी डॉलर जब्त किए हैं। आरोपियों ने पीड़ित लोगों को ऑनलाइन लोन, ऑनलाइन लक ऑर्डरिंग, यूपीआइ धोखाधड़ी और इंटरनेट बैंकिंग घोटाले का झांसा देकर करोड़ों की ठगी की।
आरोपी पोंजी स्कीमों को कई सोशल मीडिया समूहों के माध्यम से लोगों को आकर्षित करते थे। बैंक खातों के लेन-देन एवं क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के विश्लेषण से सामने आया कि इन स्कीमों से प्राप्त रकम को क्रिप्टोकरेंसी में परिवर्तित किया जा रहा था, ताकि उसके स्रोत को छिपाया जा सके।
सीबीआइ को 10 ठिकानों पर सर्च में 34.20 लाख रुपए के अलावा सात मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक टेबलेट, तीन हार्ड डिस्क, 10 पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड, सिम कार्ड, डेबिट और एटीएम कार्ड, ईमेल खाते और कई आपत्तिजनक दस्तावेज सहित महत्वपूर्ण डिजिटल साक्ष्य मिले। आरोपियों के क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट से लगभग 38,414 अमरीकी डॉलर की संपत्ति जब्त की गई, जिसे जांच के लिए डिजिटल रूप से सुरक्षित किया है। आरोपियों के क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर कई बैंक खाते और वर्चुअल डिजिटल एसेट वॉलेट हैं। दो वर्ष के अंतराल में इन खातों और वॉलेट्स में 350 करोड़ रुपए से ज्यादा के लेन-देन हुए।
सीबीआइ जांच में सामने आया कि आरोपियों के पास कई बैंक खाते एवं क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज जैसे CoinDCX, WazirX, Zebpay तथा BitBns के साथ वर्चुअल डिजिटल एसेट (VDA) वॉलेट हैं। धोखाधड़ी के लिए इनमें लेन-देन करते थे।