डोडा पोस्त मामले में बड़ी कार्रवाई, देसूरी थानाप्रभारी लाइन हाजिर, एक हफ्ते में पांच पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज

पाली। अवैध मादक पदार्थ तस्करी के एक गंभीर मामले में विभागीय सख्ती लगातार जारी है। चार पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के दो दिन बाद पाली एसपी आदर्श सिंधु ने देसूरी थानाप्रभारी गोपाल सिंह को लाइन हाजिर करने की कार्रवाई की है। एक सप्ताह के भीतर पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ हुई विभागीय कार्रवाई ने पूरे जिले में पुलिस महकमे की कार्यप्रणाली पर चर्चा तेज कर दी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार देसूरी थानाप्रभारी को लाइन हाजिर करने के पीछे विभागीय स्तर पर सामने आए गंभीर कारण बताए जा रहे हैं। मामला मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़ा हुआ है, जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई।
दरअसल, 18 दिसंबर को पाली सदर थाना पुलिस ने जोधपुर निवासी धीरेंद्र को एक क्विंटल 18 किलो 850 ग्राम अवैध डोडा पोस्त परिवहन करते हुए गिरफ्तार किया था। इस दौरान पुलिस ने डोडा पोस्त के साथ कार को भी जब्त किया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने चौंकाने वाला खुलासा किया।आरोपी ने बताया कि सोमेसर और बूसी के बीच कुछ पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ा था, लेकिन कथित तौर पर सौदेबाजी के बाद जोधपुर में दो लाख रुपये देने की बात तय हुई और उसे छोड़ दिया गया। यह जानकारी जब उच्च अधिकारियों तक पहुंची तो पूरे मामले की परतें खुलती चली गईं।इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच करवाई, जिसमें लापरवाही और संदिग्ध भूमिका सामने आने पर पहले चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया और अब देसूरी थानाप्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है।इस पूरे घटनाक्रम ने साफ कर दिया है कि मादक पदार्थों के मामलों में किसी भी स्तर पर लापरवाही या मिलीभगत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस विभाग की इस सख्त कार्रवाई को जिले में एक बड़ा संदेश माना जा रहा है।
