जनकल्याण को प्राथमिकता बनाएं, योजनाओं के लक्ष्य तय समय पर पूरे हों, कोई भी पात्र व्यक्ति न छूटे :कलक्टर

राजसमंद, । मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार की मंशा अनुसार जिले में प्रत्येक योजना का धरातल पर प्रभावी रूप से क्रियान्वयन हो और कोई भी पात्र व्यक्ति वंचित न रहे, अधिकारी संवेदनशीलता से अधिकतम लोगों तक योजनाओ का लाभ पहुंचाएं।
ये निर्देश जिला कलक्टर अरुण कुमार हसीजा ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिले में संचालित विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं, आशान्वित ब्लॉक कार्यक्रम तथा गुरु गोलवलकर आकांक्षी ब्लॉक विकास योजना की प्रगति की विस्तृत समीक्षा बैठक के दौरान दिए।
बैठक में उन्होंने कहा कि विकास योजनाओं का उद्देश्य केवल आंकड़ों में सुधार नहीं बल्कि नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में वास्तविक परिवर्तन लाना है। प्रत्येक विभाग यह सुनिश्चित करे कि योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों तक समयबद्ध व पारदर्शी ढंग से पहुंचे।
जिला कलक्टर ने फ्लैगशिप योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर विशेष बल देते हुए निर्देश दिए कि नवीन परिवारों को एनएफएसए से शीघ्र लाभान्वित किया जाए तथा प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण एवं शहरी), मुख्यमंत्री स्वनिधी योजना, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, लाडो प्रोत्साहन योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, स्वामित्व योजना, मिशन हरियालो राजस्थान, अटल प्रगति पथ और अटल ज्ञान केंद्र जैसे कार्यक्रमों के कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग हो।
उन्होंने कहा कि “लखपति दीदी”, “सोलर दीदी”, “ड्रोन दीदी”, “बैंक सखी”, “कृषि सखी” और “पशु सखी” जैसी पहलें ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के साथ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में उल्लेखनीय कदम हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0, पंचगौरव योजना, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन और संशोधित वितरण क्षेत्र योजना जैसी योजनाएं बुनियादी सुविधाओं को सुदृढ़ करने, जल संरक्षण आदि में अहम भूमिका निभा रही हैं। कलक्टर ने कहा कि इन सभी योजनाओं का प्रभाव आमजन तक दिखना चाहिए, न कि केवल फाइलों में।
बैठक में आशान्वित ब्लॉक कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा के दौरान सीपीओ संजय शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य देश के कठिन एवं अविकसित ब्लॉकों में शासन व्यवस्था में सुधार के माध्यम से नागरिकों के जीवन स्तर में वृद्धि करना है। देश के 329 जिलों के 500 ब्लॉक इस कार्यक्रम में शामिल हैं, जिनमें राजस्थान के 27 ब्लॉक सम्मिलित हैं। राजसमंद जिले का भीम ब्लॉक भी इस कार्यक्रम का हिस्सा है।
उन्होंने बताया कि आशान्वित ब्लॉक कार्यक्रम के अंतर्गत शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, अवसंरचना और सामाजिक विकास के पांच प्रमुख विषयों में 39 संकेतकों पर कार्य किया जा रहा है। जिला कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक संकेतक पर अधिकतम प्रगति हो, विशेषकर शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में ठोस सुधार सुनिश्चित करें।
गुरू गोलवलकर आकांक्षी ब्लॉक विकास योजना पर चर्चा करते हुए सीपीओ ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बजट घोषणा 2025-26 के बिंदु संख्या 25 की अनुपालना में इस योजना की शुरुआत की गई है, जिसका उद्देश्य अल्पविकसित ब्लॉकों में तेज, समावेशी और सतत विकास को गति देना है। इस योजना के अंतर्गत राजसमंद जिले से कुंभलगढ़ ब्लॉक का चयन किया गया है।
योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु 39 संकेतकों का बेसलाइन डाटा मार्च 2025 की स्थिति में तैयार किया गया है, जिसके आधार पर ब्लॉक स्तर पर विकास की निगरानी, समीक्षा एवं बाधाओं की पहचान की जाएगी।
जिला कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कुम्भलगढ़ ब्लॉक में स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, सड़क, स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण और आजीविका से जुड़ी योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर लागू किया जाए।
उन्होंने कहा कि योजनाओं की सफलता तभी संभव है जब सभी विभाग समन्वय से कार्य करें और लाभार्थी केंद्रित दृष्टिकोण अपनाएं। प्रत्येक अधिकारी को यह संकल्प लेना चाहिए कि जिले के प्रत्येक नागरिक तक सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पारदर्शी व समय पर पहुंचे।
कलक्टर ने अंत में कहा कि “विकास का असली अर्थ तभी है जब आमजन को उसका प्रत्यक्ष अनुभव हो।” उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को आगामी समीक्षा बैठक तक अपने-अपने क्षेत्रों में लक्ष्यों की पूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और कहा कि जनभागीदारी के बिना कोई भी योजना सफल नहीं हो सकती।
बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी, जिला स्तरीय योजना समन्वय अधिकारी, आशान्वित ब्लॉक कार्यक्रम प्रभारी तथा आकांक्षी ब्लॉक योजना से जुड़े अधिकारी उपस्थित रहे।
