एसीबी की बड़ी कार्रवाई:: 3.50 लाख की रिश्वत लेते निजी व्यक्ति गिरफ्तार, अतिरिक्त एसपी की भूमिका की जांच शुरू

उदयपुर, राजस्थान: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने आज उदयपुर में एक निजी व्यक्ति शांतिलाल सोनी को 3.50 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी कथित तौर पर स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट काईम अगेंस्ट वुमन (SIUCAW) उदयपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) हितेश मेहता के नाम पर रिश्वत वसूल रहा था। मामले में एएसपी की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
शिकायत और सत्यापन
एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि जयपुर नगर तृतीय की एसीबी चौकी को एक शिकायत प्राप्त हुई थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि उनकी बीएमडब्ल्यू कार बिक्री के बाद बकाया राशि दिलाने और कोर्ट में दर्ज एक मामले में चालान पेश करने के लिए शांतिलाल सोनी और एएसपी हितेश मेहता द्वारा रिश्वत मांगी जा रही थी। सत्यापन के दौरान 3.50 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के तथ्य सामने आए।
ट्रैप ऑपरेशन
एसीबी उप महानिरीक्षक द्वितीय जयपुर आनंद शर्मा के सुपरविजन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्ञान प्रकाश नवल और उप अधीक्षक सुरेश कुमार स्वामी के नेतृत्व में एक ट्रैप कार्रवाई की गई। आज दोपहर उदयपुर के न्यू आरटीओ गांधीनगर स्थित स्वास्तिक हाइट्स के पास शांतिलाल सोनी को शिकायतकर्ता से 3.50 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। यह राशि कथित तौर पर एएसपी हितेश मेहता के लिए ली जा रही थी।
कपासन का रहने वाला है आरोपी
गिरफ्तार आरोपी शांतिलाल सोनी कपासन का निवासी है। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। एसीबी यह भी जांच कर रही है कि क्या इस मामले में एएसपी हितेश मेहता की कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष भूमिका है।
एसीबी की प्रतिबद्धता
स्मिता श्रीवास्तव ने कहा, "भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी कार्रवाई निरंतर जारी है। इस मामले में सभी तथ्यों की गहन जांच की जाएगी और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।"
यह घटना उदयपुर में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की सक्रियता को दर्शाती है। स्थानीय लोग इस कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं और मामले में पारदर्शी जांच की मांग कर रहे हैं।
