पुरानी बोतलों, खाली डिब्बो और अन्य वेस्ट सामग्री से बना रहे परिंडे

पुरानी बोतलों, खाली डिब्बो और अन्य वेस्ट सामग्री से बना रहे परिंडे
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राजसमंद (राव दिलीप सिंह) कॅरियर संस्थान द्वारा परिंदे बचाओ परिंडे लगाओ प्रकल्प के तहत इस भीषण गर्मी में पक्षियों के गले तर करने के लिए उनके दाना-पानी की व्यवस्था के लिए जिले भर में परिंदे बचाओ परिंडे लगाओ अभियान चला रही है। कॅरियर संस्थान राजसमंद अध्यक्ष भावना पालीवाल ने बताया की कोई भी जानवर इस भीषण गर्मी के दौर में भूख प्यास से दम नही तोड़े। हमने देखा है कि इन बेजुबानों को पानी नही मिलने पर इनको अपनी जान गवानी पड़ती थीं। जिसको लेकर पिछले तीन सालों से यह अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें लोगों को अभियान से जोड़कर ज्यादा से ज्यादा जोड़कर परिंडे और घोंसले लगाए जा रहे हैं और उनमें चुग्गा और पानी डालने की जिम्मेदारी दी जा रही है।

साथ ही जिलेभर से संस्थान ने समाज जनों के माध्यम से परिंदे बचाओ परिंडे लगाओ प्रकल्प नाम से मुहिम चलाकर अपने घरों में परिंडे बांधने का काम कर रहे है। संस्थान के कार्यकर्ताओं द्वारा 280 परिंडे अभी तक बांध दिए गये है व प्रत्येक परिंडे को बांधने के साथ कार्यकर्ताओं को इसमें पानी भरने की भी जिम्मेदारी दी गयी है। संस्थान के उपाध्यक्ष गुंजन शर्मा ने बताया की परिंदों के संरक्षण, भीषण गर्मी में पेयजल, दाना-पानी की व्यवस्था करना हम सभी का फर्ज है। परिंदे पर्यावरण में सहयोग करते हैं। परिंदो की ओर से ही अप्रत्यक्ष तौर पर बीजारोपण किया जाता रहा है। क्योंकि यही परिंदे बीज खाते समय नई जगहों पर गिराते हैं। जिससे नए पेड़ का उदय होता है।

सभी विद्यार्थियों से घर में बेकार पड़ी खाली बोतले, गोल डिब्बो, पुरानी मटकी जैसी अनुपयोगी सामग्री से नए नए तरिके से परिंडे बनाने का आव्हान किया। इस अवसर पर सरंक्षक महेश पालीवाल, सचिव निलेश पालीवाल, कोषाध्यक्ष अवंतिका शर्मा, विजय लक्ष्मी धाभाई, निकिता वैष्णव, दिव्या कुमारी, राजेश सालवी, जयन्त कुमार, शांता देवी, चन्द्र शेखर वैष्णव, मीनल पालीवाल, सुरेश चन्द्र, अदिति सुखवाल, शुभम जोशी, दिनेश सिंह, भीम राज, प्रह्लाद सिंह सोलंकी, राहुल रेगर, प्राची जैन, राधेश्याम, राघव वैष्णव, सुमित्रा सिंह, यशवर्धन, कविता सालवी, मानसी कीर, विमला, कांता भील, नाथू कुमारी, पूनम शर्मा, लता व्यास सहित अनेक कार्यकर्ताओं से अपने घरों पर परिंडे बांधे है।

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