लाल बिंदी को बनाया पहचान, माहवारी के दौरान स्वच्छता के लिए छेड़ा अभियान

लाल बिंदी को बनाया पहचान, माहवारी के दौरान स्वच्छता के लिए छेड़ा अभियान
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राजसमन्द। कॅरियर संस्थान राजसमन्द द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के अवसर पर पुरे राजसमन्द में रेड डॉट अभियान चलाया गया जिसमे राजसमन्द, नाथद्वारा, खमनोर, देलवाड़ा, गढ़बोर, रेलमगरा, भीम, देवगढ़, आमेट की 200 से अधिक महिलाओ और युवतियों ने भाग लिया। रेड डॉट चैलेंज के तहत किशोरी बालिकाओं व महिलाओं ने सामुदायिक जागरूकता के लिए हाथों पर लाल बिंदी बनाकर शपथ ली कि माहवारी पर शर्म व झिझक छोड़कर खुलकर चर्चा करेंगे, जिससे एक स्वस्थ समृद्ध सुपोषित समाज का निर्माण हो सके। इस अभियान की जिला प्रभारी मीनल पालीवाल ने बताया की जिले में सभी जगह कॅरियर संस्थान राजसमन्द के सदस्यों द्वारा महिलाओं व किशोरी बालिकाओं को व्यक्तिगत स्वच्छता, सेनेटरी पैड का उपयोग, महत्व के साथ बरती जाने वाली सावधानियों के साथ माहवारी स्वच्छता प्रबंधन, महत्व व स्वस्थ जीवन की जानकारी भी प्रदान की।

इस अभियान में रिनू कँवर शक्तावत राजसमन्द, युक्ता पालीवाल, किरण राज राठौड़ नाथद्वारा, प्रमिला चौहान खमनोर, विजय लक्ष्मी धाभाई, अवंतिका शर्मा, हिताक्षी जोशी, राखी वैष्णव, संगीता खारोल, नेहा बागोरा, लक्षिता औदीच्य, अनिशा, शिल्पा शक्तावत, कोमल ठाकुर, विशाखा सुथार, निकिता गुर्जर, उषा किरण, रेखा धाभाई, नंदिनी धाभाई, पूजा गुर्जर, ममता गुर्जर, रजिया सुलतान, फिरदोस, निरमा सुथार, आशा सुथार, मोनिका, किरण, नवरतन. उल्फत बानो, रुचिका राठोड, विनिता शर्मा, विनिता जोशी, अवन्तिका शर्मा, संजना कंवर, शोभा कंवर, मंजू कंवर, नेंसी सिंह, स्वाति सोलंकी, संतोष यति, कशिश भाटी सहित जिले की कई किशोरियों और महिलाओ ने अपनी सहभागिता प्रदान कर मासिक धर्म को लेकर जागरूकता का सन्देश दिया।

चुप्पी तोड़ बोली महिलाये

मासिक धर्म स्वच्छता सिर्फ़ एक स्वास्थ्य समस्या नहीं है ,यह मानवाधिकार, सम्मान और समानता का मामला है इस विषय पर बेटियों से चर्चा आवश्यक है जिससे उन्हें सही गलत का पता लग सके।

रिनू कँवर शक्तावत - राजसमन्द

पुरूषों को महिलाओं के प्रति सोच बदलने की जरूरत है। विशेषतौर पर मासिक धर्म और स्वच्छता पर लड़कियों के साथ लड़कों को भी जागरूक होना जरूरी है।

किरण राज राठौड़ - नाथद्वारा

समाज के विभिन्न वर्गों में आज भी मासिक धर्म को लेकर तरह-तरह की भ्रांतियां हैं। मासिक धर्म एक शारीरिक प्रक्रिया है। मासिक धर्म में महिलाओं को स्वच्छता का विशेष ध्यान देना चाहिए। इसको लेकर किसी प्रकार भ्रांतियां नहीं होनी चाहिए।

प्रमिला चौहान - खमनोर

मासिक धर्म महिलाओं को मिला मातृत्व का एक वरदान है। इन दिनों में भ्रांतियों के चलते महिलाओं का तिरस्कार नहीं होना चाहिए बल्कि ऐसे में उनका अधिक से अधिक ख्याल रखना चाहिए।

विजय लक्ष्मी धाभाई - पीएलवी देवगढ़

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