देलवाड़ा में कलक्टर ने की रात्रि चौपाल, सुबह किया गांव का सघन दौरा

देलवाड़ा में कलक्टर ने की रात्रि चौपाल, सुबह किया गांव का सघन दौरा
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राजसमंद (राव दिलीप सिंह) मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशन में आयोजित हो रही रात्रि चौपालें आमजन के लिए राहत लेकर आ रही हैं एवं समस्याओं का मौके पर ही समाधान हो रहा है। रात्रि चौपालों के क्रम में राजसमंद जिला कलक्टर डॉ भंवर लाल ने गुरुवार को जिले के देलवाड़ा में आयोजित रात्रि चौपाल में आमजन की समस्याएं सुनकर उनका त्वरित समाधान किया। कलक्टर ने मौके पर ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर संबंधित विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी को बुलाकर निस्तारण के निर्देश दिए। किसी की रुकी हुई पेंशन शुरू हो गई तो किसी को राजस्व संबंधी समस्या से राहत मिल गई। रात्रि चौपाल आमजन के लिए राहत लेकर आई।

रात्रि चौपाल में पेयजल सप्लाई, विद्युत सप्लाई, सड़क मरम्मत, अतिक्रमण हटाने, पालनहार पेंशन, राशन कार्ड दुरुस्त कराने, बीपीएल मे नाम जुड़वाने, नामांतरण, राजस्व, रोडवेज, पीडबल्यूडी, जल संसाधन संबंधी समस्याएं लेकर लोग कलक्टर के समक्ष उपस्थित हुए। इस दौरान एडीएम नरेश बुनकर, जिला परिषद सीईओ हनुमान सिंह राठौड़, एएसपी अनंत कुमार, एसडीओ अजय आदि अधिकारी मौजूद रहे। कलक्टर ने समस्याओं को गंभीरता से सुना और तुरंत संबंधित विभागों के अधिकारियों को तलब किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सभी समस्याओं का शीघ्रता से समाधान करें और आमजन को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। कलक्टर ने यह भी सुनिश्चित किया कि सभी लंबित मामलों को समयबद्ध ढंग से निपटाया जाए और समस्याओं का समाधान किया जाए।

सुबह गाँव का भ्रमण कर सुनी लोगों की समस्याएं

रात्रि चौपाल के बाद कलक्टर ने देलवाड़ा में ही रात्रि विश्राम किया। इसके पश्चात सुबह-सुबह कलक्टर देलवाड़ा में निरीक्षण पर निकल पड़े। उन्होंने देलवाड़ा ग्राम की गलियों में घूम कर आमजन से पेयजल सप्लाई को लेकर पूछा और कई जगह पानी की गुणवत्ता की जांच कारवाई। इसके अलावा कलक्टर ने आमजन से उनकी विभिन्न समस्याओं को लेकर भी बात की और संबंधित अधिकारी को तुरंत प्रभाव से समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए स्थापित आरआरसी सेंटर देलवाड़ा का निरीक्षण कर यहाँ संचालित गतिविधियों को देखा। उन्होंने कचरा प्रबंधन का कार्य पूर्ण गुणवत्ता से करने के निर्देश दिए। देलवाड़ा में उन्होंने नन्दघर का भी औचक निरीक्षण किया एवं यहाँ नन्हे बच्चों को दी जा रही सुविधाओं का अवलोकन किया। उन्होंने यहाँ बच्चों से पढ़ाई-लिखाई को लेकर भी बात की। इसके साथ ही राजकीय प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय देलवाड़ा का भी उन्होंने निरीक्षण कर यहाँ चिकित्सकों से पशुपालकों को दी रही सुविधाओ पर चर्चा की। साथ ही पशुओं के उपचार हेतु उपलब्ध संसाधनों, दवाइयों, स्टाफ आदि को लेकर पूछा। कलक्टर ने निर्देश दिए कि सरकार की मंशा अनुरूप आमजन को सभी सुविधाएं समुचित ढंग से मिलती रहे।

रात्रि चौपाल से आमजन को मिल रही राहत

रात्रि चौपाल एक महत्वपूर्ण और प्रभावी माध्यम है, जिसके द्वारा प्रशासनिक अधिकारी सीधे आमजन से संवाद स्थापित करते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान करते हैं। रात्रि चौपाल के माध्यम से ग्रामीण जनता को अपने समस्याओं और मुद्दों को सीधे प्रशासनिक अधिकारियों के सामने रखने का मौका मिलता है।रात्रि चौपाल में अधिकारियों द्वारा मौके पर ही समस्याओं का समाधान किया जाता है। इससे जनता को तुरंत राहत मिलती है। ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न समस्याओं की सही पहचान और उनकी गंभीरता को समझने के लिए रात्रि चौपाल एक उत्कृष्ट माध्यम है। अधिकारी जब सीधे गाँव में जाकर लोगों से बात करते हैं, तो उन्हें वास्तविक स्थिति का पता चलता है और वे सही निर्णय ले सकते हैं।रात्रि चौपाल के माध्यम से अधिकारियों को यह समझने का अवसर मिलता है कि प्रशासनिक प्रक्रिया में कहाँ सुधार की आवश्यकता है। इससे प्रशासनिक कार्यप्रणाली में सुधार लाने और इसे अधिक प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकते हैं। रात्रि चौपाल की यह अहमियत इसे ग्रामीण विकास और प्रशासनिक सुधार का एक महत्वपूर्ण माध्यम बनाती है। इससे न केवल ग्रामीण जनता को तत्काल राहत मिलती है, बल्कि उनके जीवन स्तर में भी सुधार होता है और समग्र विकास की दिशा में ठोस कदम उठाए जाते हैं।

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