मेवाड़ निर्माता कीर्तिपुरुष महाराणा कुम्भा की पावन जन्मभूमि मेवाड़ का एक गौरवशाली तीर्थ है : शेखावत

मेवाड़ निर्माता कीर्तिपुरुष महाराणा कुम्भा की पावन जन्मभूमि मेवाड़ का एक गौरवशाली तीर्थ है : शेखावत
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राजसमन्द (राव दिलीप सिंह परिहार) जिले के देवगढ़ क्षैत्र में महाराणा कुम्भा जन्मभूमि सेवा समिति के द्वारा महाराणा कुम्भा की 608वीं जयंती पर मेवाड़ महाकुम्भ – 2 के तहत मदारिया (माल्यावास) में विराट महासभा का आयोजन मदारिया स्टेडियम में किया गया । कार्यक्रम में अलंकृत मंच पर सन्त सानिध्य श्री श्री 1008 महंत सुरेश दास महाराज अंतरराष्ट्रीय तीर्थ श्री सवाई भोज, देव नारायण मंदिर आसींद, मुख्य अतिथि दामोदर अग्रवाल सांसद भीलवाड़ा, विशिष्ट अतिथि भीम विधायक हरि सिंह रावत, सुरेन्द्र सिंह जी राठौड़ विधायक कुम्भलगढ़, सम्मानित अतिथि में डॉ. ओमेन्द्र जी रत्नू सर्जन एवं संस्थापक, धर्मांश फाउण्डेशन, जयपुर, जय आहुजा हिन्दु विचारक एवं समाजसेवी, जयपुर, डॉ. लक्ष्मण प्रजापत, हृदय रोग विशेषज्ञ एवं हिन्दु विचारक पिट्‌सबर्ग, अमेरिका, मिनाक्षी आहुजा अध्यक्ष निमित्तेकम, जयपुर बाईसा संगीता चौहान, उपाध्यक्ष, जौहर स्मृति संस्थान, प्रेरक उपस्थिति रावत वीरभद्र सिंह, देवगढ़, रावत जयवर्द्धन सिंह, कुंवर मयूरध्वज सिंह, देव श्री देवगढ़ से महाधृति सिंह, महाराणा कुम्भा जन्मभूमि सेवा समिति के अध्यक्ष नारायण उपाध्याय, समिति संरक्षक अमर सिंह चुण्डावत लसानी, रिटायर्ड डीआईजी बीएसएफ चन्द्र‌प्रकाश त्रिवेदी, कोमोडोर शौर्य चक्र विजेता किशन सिंह चुंडावत, नगर पालिका अध्यक्ष शोभा लाल रेगर, सरपंच अम्बालाल गुर्जर की गरिमामय उपस्थिति मंच पर रही। मीडिया प्रभारी रमेश कुमार कंसारा ने बताया की सर्वप्रथम अथितियो ने माँ चामुंडा माता मंदिर के दर्शन कर महाराणा कुम्भा पेनोरमा का भ्रमण किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ अथितियो ने महाराणा कुम्भा की छवि के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन और पुष्पांजलि अर्पित कर किया। समिति सदस्यों ने सभी का इकलाई और प्रतिक चिन्ह देकर स्वागत किया गया। केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने ऑनलाइन अपना उद्बोधन देते कहा मेवाड़ निर्माता कीर्तिपुरुष महाराणा कुम्भा की पावन जन्मभूमि मेवाड़ का एक गौरवशाली तीर्थ है महाराणा कुम्भा ने युद्धभूमि में विजयगाथाओं के साथ, साहित्य, कला, संगीत और संस्कृति क्षेत्र में नये कीर्तिमान रचे मेवाड़ के संस्थापक कीर्ति कलश महाराणा कुम्भा का कार्यकाल मेवाड़ के इतिहास का स्वर्णिम युग है इस महान शासक कि 608वीं जयंती जब आज हम सब मनाने के लिए मदारिया में एकत्रित हुए, आज व्यक्तिशः आप सभी लोगो के बीच में उपस्थित नही हो पाया हु लेकिन मेरा हृदय आप लोगो के बीच ही है और राज्य सरकार के प्रस्ताव के बाद यहाँ एक भव्य और जीवंत म्यूजियम का निर्माण करवाया जाएगा । कार्यक्रम में अध्यक्ष - धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण, राजस्थान सरकार के ओंकार सिंह लखावत ने भी ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा की आज हम बहुत सौभाग्यशाली है कि राणा कुम्भा को स्मरण करने का समारोह आपके यहाँ आयोजित हो रहा है यह धरती है एक पवित्र धरती है यह शोर्य एवं वीरता कि धरती है राणा कुम्भा जिन्हें सारी दुनिया में एक इतिहास में महापुरुष, शूरवीर, विद्वान के नाते लोग जानते है उनसे जुडा हुआ आपका यह मदारिया स्थान एक गाँव नही एक तीर्थस्थल के रूप में इसका नाम विख्यात है । सांसद दामोदर अग्रवाल ने कहा में आपके मेवाड़ का केंद्र में आपका यह प्रतिनिधि मेवाड़ का ही नुमाइंदा लोकसभा में है इस क्षेत्र के विकास के लिए यथासंभव जैसा आप जेसा कहेंगे सदन में इस मुद्दे को उठाकर इस क्षेत्र को विश्व पटल पर कैसे प्रमुखता से स्थापित किया जा सकता है इसके लिए अपनी भूमिका का निर्वहन करुंगा कांग्रेस के शासन में 1947 से लेकर आज तक एक फूटी कौड़ी हमारे महापुरुषों के सम्मान के लिए खर्च नहीं की हमारी सरकार ने कई महापुरुषों के पेनोरमा बना उन्हें सम्मान देने का कार्य किया है । भीम देवगढ़ विधायक हरिसिंह रावत ने कहा की जो अपने पूर्वजो का इतिहास भूल जाता है वो पीढ़ी ही मिट जाती है दिवेर, पन्नाधाय और कुम्भा पेनोरमा के लिए हमारी सरकार और मेरे प्रयास अनवरत रहेंगे । कार्यक्रम में जयपुर से आये धर्मांश फाउण्डेशन के डॉ. ओमेन्द्र जी रत्नू ने जोशीले अंदाज में कहा की हम आज भी स्वतंत्र नहीं हुए है हमें अकबर महान के बारे में पढाया जाता है लेकिन हमारे गोरव महाराणा और हमारे पूर्वजो को याद नहीं किया जाता है तो हम किस बात से ये स्वीकारे की हम स्वतंत्र है । कार्यक्रम में सुरेन्द्र सिंह जी राठौड़ विधायक कुम्भलगढ़, अमेरिका से आये हिन्दु विचारक लक्ष्मण प्रजापत ने भी संबोधित किया । महाराणा कुम्भा जन्मभूमि सेवा समिति के अध्यक्ष नारायण उपाध्याय ने सभी अथितियो का आभार व्यक्त करते हुए महाराणा कुम्भा जी जीवन पर अपनी बात कही और सभी अथितियो का धन्यवाद ज्ञापित किया । कार्यक्रम का संचालन कवि भरत त्रिपाठी ने निम्न पंक्तियों के साथ करते हुए कहा की इण धरती पे गाजता ए बादळ थोड़ो लज पाणीड़ो कांई पिवे या रगत पियोड़ी रज। विराट महासभा में विदेशो से भी आये कई मेहमान ।

सांस्कृतिक कार्यक्रमो ने मन मोहा :

इस अवसर पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की बालिकाओ द्वारा आरम्भ है प्रचण्ड बोल मस्तकों के झुण्ड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो, अब मन ये हुआ है धूनी और आँगन है रणभूमि, अब काल भी आँख में आँख ना डाले, ऐसी ठन गई मैं नीले घोड़े रा असवार,म्हारा मेवाड़ी सरदार, राणा सुणता ही जाजो जी, मेवाड़ी राणा सुणता ही जाजो जी पर अपनी प्रस्तुतियाँ दी

भामाशाहो का हुआ सम्मान

महाराणा कुम्भा जन्मभूमि सेवा समिति के द्वारा सम्मानित अतिथियों ने कार्यक्रम में अपना सहयोग प्रदान करने के लिए राजेन्द्र यादव, हिम्मत सिंह झाला, चन्द्रभान सिंह बियाना, सुरेश देरासरिया, जय सिंह निमझर, चन्द्रभान सिंह मोयना, अर्जुन सिंह सरपंच माद, शोभा लाल जी रेगर, सोहन लाल जी गुर्जर, सीता देवी रेगर, कैलाश मेहता, चिरंजी लाल टांक, पंकज कोठारी, दिलीप टांक, अम्बा लाल गुर्जर, गोविन्द कंसारा, कान सिंह चौहान को सभी अतिथियों ने महाराणा कुम्भा प्रतिक चिन्ह और इकलाई पहनाकर सम्मान किया गया

इस अवसर पर पुलिस प्रशासन, महामंत्री प्रेम सिंह चुंडावत, कोषाध्यक्ष संग्राम सिंह कुन्दवा, देवगढ़ नगर पूर्व अध्यक्ष अमर सिंह चौहान, राजस्थान की यूथ आइकॉन पेडवुमन भावना पालीवाल, अमर सिंह , रणवीर सिंह, गणपत सिंह, डूंगर सिंह, औंकार सिंह, केशर सिंह, भंवर सिंह, दिलीप टांक, चिरंजी लाल जी, सुरेश देरासरिया, भंवर जी शर्मा, प्राणवीर सिंह, नरपत सिंह, उम्मेद सिंह, चंद्रभान सिंह बियाना, जय सिंह, धाकर सिंह, राम लाल गुर्जर, किशन गुर्जर, दुष्यंत सिंह, श्रवण सिंह, हनुमान सिंह, लक्ष्मण सिंह, मूल सिंह, ठा.सा दलपत सिंह निमझर, ठा.सा किशोर सिंह कुंवारिया, संरक्षक सदस्य कुन्दन सिंह भारतसिंहजी का गुड़ा, नरपत सिंह , हीरालाल कोठारी, शैल सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष भंवर लाल शर्मा, देवगढ़ नगर पूर्व अध्यक्ष अमर सिंह चौहान, केसरीमल वेद, गीता उपाध्याय, सीता देवी, चंदा तिवारी, दीपक उपाध्याय, अमर सिंह कछावा, राकेश शर्मा, महेश स्वर्णकार, देवीलाल सोनी, कमलेश कोठारी मदारिया, घीसूजी माली, हीरा लाल कोठारी, रूप गुर्जर, काना राम गुर्जर, सहित कई लोगो की उपस्थिति रही।

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