राहुल गांधी को दी भारत सरकार द्वारा 1950 में जारी श्वेत पत्र को पढ़ने की सलाह
राजसमन्द ( राव दिलीप सिंह)लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा गुरुवार को समाचार पत्रों में प्रकाशित उनके एक लेख के कुछ अंश में रजवाड़ों को लेकर दिए गए बयान का नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ ने पुरजोर शब्दों में विरोध जताया है।
एक लेख में राहुल गांधी ने लिखा था, “ईस्ट इंडिया कंपनी ने हमारे महाराजाओं और नवाबों के साथ साझेदारी करके, उन्हें प्रलोभन देकर और धमकाकर भारत का गला घोंट दिया। इसने हमारे बैंकिंग, व्यापार और सूचना नेटवर्क को नियंत्रित किया।“
इस बयान पर नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ ने आपत्ति जताते हुए कहा है कि भारत सरकार द्वारा राज्यों पर श्वेत पत्र मार्च, 1950 में जारी किया था उसमें स्पष्ट रूप से वर्णित था कि “राजाओं के देशभक्तिपूर्ण सहयोग के बिना, भारत में लोगों और शासकों के पारस्परिक लाभ के लिए जो जबरदस्त परिवर्तन आया है, वह संभव नहीं होता। उन्होंने कल्पना, दूरदर्शिता और देशभक्ति का सबूत दिया है। वे स्वतंत्र और लोकतांत्रिक भारत के निर्माण में सह-वास्तुकार हैं।“
नाथद्वारा विधायक मेवाड़ ने कहा कि राहुल गांधी ने अखबारों में प्रकाशित लेख गलत है। या तो उनके पास देश के इतिहास के बारे में ठीक से जानकारी नहीं है, या जानबूझकर गलत प्रचार कर रहे हैं, जो देश भक्तों का अपमान है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को भारत सरकार द्वारा मार्च,1950 में जारी श्वेत पत्र जरूर देख लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की आजादी से पहले और बाद में भी राज्यों (रजवाड़ों) की ओर से सरकार को जनहित में हर तरह से सहयोग प्रदान किया गया था, जिसे सभी भली-भांति जानते हैं।