ढोल की थाप पर हुआ एक साथ 2100 पौधों का रोपण

ढोल की थाप पर हुआ एक साथ 2100 पौधों का रोपण
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राजसमंद (राव दिलीप सिंह) 'हरियालो राजस्थान - एक पेड़ मां के नाम' अभियान का जिला स्तरीय कार्यक्रम आज पुलिस लाइन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़, राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी, जिला प्रभारी सचिव विकास सीताराम भाले, जिला कलक्टर डॉ भंवर लाल, सभापति अशोक टांक, समाजसेवी मान सिंह बारहठ के साथ अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में हुआ। अभियान के तहत ढोल की थाप पर एक साथ 2100 पौधे रोपे गए। मंच पर उप वन संरक्षक सुदर्शन शर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर नरेश बुनकर, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हनुमान सिंह राठौड़, एडिशनल एसपी महेंद्र पारीक, एडिशनल एसपी अनंत कुमार, उपखण्ड अधिकारी राजसमंद अर्चना बुगालिया आदि मौजूद रहे।

इसके अलावा कार्यक्रम में नगर परिषद आयुक्त बृजेश राय, एक्सईएन तरुण बाहेती, नगर परिषद नेता प्रतिपक्ष हिम्मत कुमावत, समाजसेवी नर्बदा शंकर पालीवाल, समाजसेवी सुभाष पालीवाल, पूर्व सभापति सुरेश पालीवाल, पार्षद आशीष पालीवाल, दीपक शर्मा आदि उपस्थित रहे। बड़ी संख्या में वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे जिन्होंने पौधारोपण को लेकर आवश्यक सुविधाएं प्रदान की।

बढ़ते तापमान के मध्यनजर वृक्षारोपण जरूरी

कुंभलगढ़ विधायक राठौड़ ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर जिले में किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने पर्यावरण प्रेमी चेनाराम भील की कहानी सभी को सुना कर उन्हे प्रेरणा स्त्रोत बताते हुए कहा कि इस व्यक्ति ने अपना पूरा जीवन पर्यावरण को समर्पित कर दिया और 5000 पौधे लगाए। चेनाराम भील ने यह कार्य बिना किसी के सहयोग से किया। वह पौधे लगाता और प्रतिदिन उन्हें सिंचित कर रखरखाव करता। उन्होंने कहा कि चेनाराम भील से प्रेरणा लेकर आज हम सभी इस तरह पर्यावरण संरक्षण का बीड़ा उठाया सकते हैं। उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री की पहल एक पेड़ माँ के नाम अभियान की सराहना की। उन्होंने कहा कि जिस तरह अब तापमान रिकॉर्ड तोड़ रहा है उस हिसाब से वृक्षारोपण जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि अब अगर हर व्यक्ति ने पर्यावरण को संरक्षित करने का संकल्प नहीं लिया तो आने वाला समय संकटपूर्ण हो सकता है। ऐसे में सभी वृक्षारोपण अवश्य करें।

'एक पेड़ मां के नाम' प्रधानमंत्री की अनूठी पहल

राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने कहा कि हर व्यक्ति को अपने घर में एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। 'एक पेड़ मां के नाम' प्रधानमंत्री की अनूठी पहल है। हमें आने वाली पीढ़ी को संरक्षित करना है तो पौधारोपण करना ही होगा। पर्यावरण संरक्षण के लिए हम सभी को संकल्प लेना है। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति से अधिक से अधिक पौधे लगाने की अपील की। उन्होंने कहा कि आमजन में वृक्षारोपण के प्रति जागरूकता बढ़ाने तथा आम जनता को अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए प्रेरित करने की मंशा से मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान के तहत सरकार राजस्थान को हरियाली युक्त करने हेतु प्रतिबद्ध है।

विधायक माहेश्वरी ने कहा कि पहाड़ियों, चारागाह भूमि, सड़क किनारे, विद्यालयों, अमृत सरोवर, जल स्रोतों के किनारे पौधारोपण कर प्रदेश को हरा-भरा किया जाएगा। हरियाली तीज का त्यौहार राजस्थानी महिलाओं में विशेष महत्व रखता है। महिलाओं को लहरिया परिधान पहनकर पौधारोपण कार्यक्रम में सहभागी बनने पर मातृ शक्ति की सराहना की। साथ ही आमजन से इस अभियान के तहत लगाए जाने वाले पौधों की जानकारी 'हरियालो राजस्थान' ऐप और भारत सरकार के 'मेरी लाइफ' ऐप पर अपलोड करने की अपील की।

हरियाली है धरती मां का शृंगार

प्रभारी सचिव वरिष्ठ आईएएस विकास सीताराम भाले ने कहा कि यह हरियाली ही है जो धरती मां का श्रृंगार है। माननीय प्रधानमंत्री ने एक पेड़ माँ के नाम का नारा दिया है जो आज के समय सारगर्भित है। जिस तरह तापमान बढ़ता जा रहा है उस हिसाब से अब पौधारोपण जरूरी हो चुका है। केरल में हम देख चुके हैं कि पेड़ों की कटाई से क्या नुकसान हुआ है। हम निरंतर प्रकृति का दोहन करते हैं, ऐसे में वापस प्रकृति को देना भी जरूरी है। उन्होंने सभी से अपील कर कहा कि पौधारोपण अवश्य करें और पौधे का पूरा ध्यान भी रखें। सभापति अशोक टांक ने भी अधिकाधिक पौधारोपण की अपील की। समाजसेवी मान सिंह बारहठ ने कहा, "एक पेड़ मां के नाम अभियान से हर व्यक्ति को पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा मिली है।"

पर्यावरण संरक्षण में कार्य करने वालों को किया सम्मानित

जिला स्तरीय कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर सोहनलाल गुर्जर, लक्ष्मीनारायण आमेटा, विपिन पालीवाल, अक्षय कुमार खटीक, ललित सिंह चौहान, विजय वैष्णव, दीपिका, रेखा कुमावत, प्रकाश चंद्र प्रजापत, ममता सेन आदि को अतिथियों ने मंच पर सम्मानित किया। सम्मान स्वरूप सभी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं, नरेगा श्रमिक, विद्यालयों के छात्र-छात्राएं, स्काउट की टीम, जनप्रतिनिधि और कर्मचारी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज, वन, राजीविका, जलग्रहण विकास एवं भू-सरंक्षण, शिक्षा, कृषि एवं उद्यानिकी, महिला एवं बाल विकास, राजस्व, सार्वजनिक निर्माण,उद्योग, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, जल संसाधन, चिकित्सा, खनिज, नगरीय विकास, स्वायत शासन इत्यादि विभागों के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम में डीसीएफ सुदर्शन शर्मा ने स्वागत भाषण दिया और सीडीईओ रविंद्र तोमर ने अंत में आभार व्यक्त किया। संचालन दिनेश श्रीमाली ने किया।

स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने दिखाया उत्साह

राजीविका जिला परियोजना प्रबंधक डॉ. सुमन अजमेरा के द्वारा समूह से जुड़ी प्रत्येक महिला को अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने हेतु प्रोत्साहित किया गया। अजमेरा द्वारा सभी समूह सदस्यों को प्रकृति में वृक्षों की उपयोगिता को समझाते हुए वृक्षारोपण करने हेतु प्रेरित किया। सभी समूह से जुड़ी महिलाओं ने अभियान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया कुल 5600 फलदार व औषधीय पौधे एवं आज दिनांक को 500 पौधे अपने घरों एवं खेतों में खाली पड़ी जगहों पर लगाए। राजीविका परियोजना द्वारा हरियाली तीज पर आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में समस्त 8 ब्लॉक, ग्राम स्तर पर बढ़चढ़ हिस्सा लिया गया एवं राज्य परियोजना से जिला नोडल के रूप में पधारे सहायक लेखा अधिकारी महेन्द्र खण्डेलवाल द्वारा समस्त महिलाओं को अभियान अंतर्गत रोपित पौधों की देखभाल करने का प्रण दिलाया गया।

वृक्षारोपण अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु राजीविका समूह से जुड़ी महिला दीपिका बोरीवाल ग्राम रेलमगरा एवं ममता सेन ग्राम केलवा को विधायक महोदया दीप्ति किरण माहेश्वरी द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर राजीविका जिला प्रबंधक मनीष कुमार मेवाड़ा, वाई.पी. नॉन फॉर्म श्रेया हाजरा, ब्लॉक परियोजना प्रबंधक सुरेन्द्र सिंह, पीए-एमआईएस भेरूलाल रेगर, एरिया कोऑर्डिनेटर भरत शर्मा सहित राजीविका महिलाएं उपस्थित रहीं।

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