राजीविका की आंतरिक शिकायत समितियों पर एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न

राजसमंद। राजीविका द्वारा मंगलवार को जिला परिषद सभागार में कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध एवं निवारण) अधिनियम 2013 के तहत गठित जिला एवं ब्लॉक स्तरीय आंतरिक शिकायत निवारण समिति (आईसीसी) के सदस्यों का एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण का उद्देश्य कार्यस्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और समानता सुनिश्चित करने के लिए आईसीसी सदस्यों की भूमिका को और अधिक प्रभावी बनाना रहा।
प्रशिक्षण की अध्यक्षता अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं जिला परियोजना प्रबंधक सुमन अजमेरा ने की। उन्होंने आईसीसी के गठन, सदस्यों की भूमिकाओं एवं जिम्मेदारियों, शिकायत प्राप्त करने की प्रक्रिया, जांच के दौरान निष्पक्षता, गोपनीयता बनाए रखने तथा प्रकरणों के समयबद्ध निस्तारण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पोश अधिनियम का प्रभावी क्रियान्वयन तभी संभव है जब समितियां संवेदनशीलता, पारदर्शिता और जिम्मेदारी के साथ कार्य करें।
जिला स्तरीय समिति की सदस्य एवं जन विकास संस्थान की निदेशक शकुंतला पामेचा ने कहा कि सुरक्षित और सम्मानजनक कार्यस्थल का निर्माण प्रत्येक संस्था की सामूहिक जिम्मेदारी है, जिसमें आंतरिक शिकायत समितियां एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं। जिला प्रबंधक भेरुलाल बुनकर ने अधिनियम के प्रमुख प्रावधानों, जांच प्रक्रिया के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों तथा परिवादी की गोपनीयता बनाए रखने पर जोर देते हुए समितियों को सक्रिय और सजग रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि नई चेतना 4.0 पहल के तहत बदलाव की राष्ट्रीय स्तर की जेंडर अभियान 2025 के अंतर्गत 25 नवंबर से 23 दिसंबर 2025 तक जिले में विभिन्न जागरूकता गतिविधियां संचालित की जा रही हैं।
प्रशिक्षण के समापन पर सुमन अजमेरा द्वारा सभी प्रतिभागियों को सम्मान, समानता एवं सुरक्षित समाज की दिशा में राष्ट्रीय अभियान के अंतर्गत प्रतिज्ञा दिलवाई गई। इस अवसर पर जिला प्रबंधक आजीविका मनीष मेवाड़ा, जिला रिसोर्स सेल से प्रीति लोधा, जिला तकनीकी विशेषज्ञ मुकेश नवल, जिला लेखाकार हेमन्त छीपा, यंग प्रोफेशनल दीपक चौधरी, रोकड़िया रवि शंकर तिवाड़ी सहित जिले एवं समस्त ब्लॉकों की आंतरिक शिकायत समितियों के सदस्य उपस्थित रहे।
