सफलता की कहानी ,40 वर्षों की पहचान की पीड़ा का अंत : भील को मिला न्याय

राजसमन्द। पंचायत समिति रेलमगरा की ग्राम पंचायत धनेरिया निवासी पेमा, पिता अमरा भील, पिछले चार दशकों से एक ऐसी समस्या से जूझ रहे थे, जिसने उनका जीवन ठहर सा दिया था। राजस्व अभिलेखों की जमाबंदी में विगत 40 वर्षों से उनका नाम प्रेम लाल पुत्र अमरा, जाति भील दर्ज चला आ रहा था, जो वस्तुतः अशुद्ध था। नाम में इस भिन्नता के कारण पेमा किसी भी राजकीय योजना का लाभ नहीं ले पा रहे थे।वर्षों तक वे सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने की हिम्मत तक नहीं जुटा पाए और चुपचाप इस त्रुटि के साथ जीवन जीने को मजबूर रहे।
जब उन्हें सरकार द्वारा आयोजित प्रशासन गांवों की ओर शिविर की जानकारी मिली, जहाँ वर्षों पुराने लंबित मामलों का भी त्वरित समाधान किया जा रहा था, तब उन्होंने आखिरी उम्मीद के साथ केम्प स्थल मेहन्दुरिया पहुंचकर उपखण्ड अधिकारी महोदया एवं तहसीलदार साहब के समक्ष अपनी व्यथा रखी। उनकी दीन-दशा, असहायता और 40 वर्षों से चली आ रही पीड़ा को समझते हुए उपखण्ड अधिकारी ने मानवीय संवेदनशीलता का परिचय देते हुए तत्काल राहत प्रदान करने के आदेश दिए।
पटवारी हल्का धनेरिया द्वारा नाम शुद्धि से संबंधित आवश्यक दस्तावेज तुरंत तैयार किए गए, जिन पर मौके पर ही भू-अभिलेख निरीक्षक मेहन्दुरिया एवं तहसीलदार साहब द्वारा हस्ताक्षर किए गए। इसके पश्चात उपखण्ड अधिकारी महोदया द्वारा उसी समय नाम शुद्धि प्रकरण का निस्तारण कर दिया गया। जिस समस्या ने पेमा को 40 वर्षों तक परेशान किया था, उसका समाधान कुछ ही समय में हो गया।
जब शिविर में ही उन्हें यह बताया गया कि अब उनका नाम सही रूप में दर्ज हो चुका है और वे सभी सरकारी योजनाओं के पात्र हैं, तो उनकी आंखों में आंसू और चेहरे पर सुकून साफ दिखाई दे रहा था। पेमा ने उपखण्ड अधिकारी महोदया एवं तहसीलदार साहब का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया तथा इस प्रकार के शिविरों के आयोजन हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का आभार व्यक्त करते हुए सरकार की जन-कल्याणकारी पहल की सराहना की।
यह सफलता की कहानी इस बात का सजीव उदाहरण है कि प्रशासन गांवों की ओर जैसे शिविर केवल फाइलों का निपटारा नहीं करते, बल्कि आमजन की वर्षों पुरानी पीड़ाओं का समाधान कर उनके जीवन में नई उम्मीद जगाते हैं। ऐसे शिविरों से ग्रामीणों में उत्साह का संचार होता है और सरकार एवं प्रशासन के प्रति विश्वास और भी मजबूत होता है।
