सामाजिक सराय पर ताले का आरोप, रेगर महासभा ने प्रशासन से मांगा हस्तक्षेप

राजसमंद। जिले के रेलमगरा क्षेत्र में सामुदायिक भवन के उपयोग को लेकर विवाद गहराता नजर आ रहा है। मेवाड़ रेगर महासभा संस्थान मातृकुंडिया की ओर से रेलमगरा उपखंड अधिकारी को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर समाज की सराय का सामाजिक उपयोग बहाल कराने की मांग की गई है।
महासभा ने ज्ञापन में बताया कि रेलमगरा के छोटा रेगर मोहल्ला में स्थित यह सामुदायिक सराय पूर्व में ग्राम पंचायत रेलमगरा द्वारा निर्मित करवाई गई थी। लंबे समय से समाजजन इस भवन का उपयोग सामाजिक कार्यक्रमों, बैठकों और धार्मिक आयोजनों के लिए करते आ रहे हैं। सराय परिसर में हनुमानजी का स्थान भी स्थापित है, जहां नियमित पूजा-अर्चना होती है।
महासभा का आरोप है कि सराय के चारों ओर सार्वजनिक रास्ते और अन्य सार्वजनिक स्थल मौजूद होने के बावजूद कुछ व्यक्तियों द्वारा समाज के लोगों को भवन के उपयोग से रोका जा रहा है। इससे न केवल धार्मिक और सामाजिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं, बल्कि समाज में असंतोष का माहौल भी बन रहा है।
ज्ञापन में प्रशासन से मांग की गई है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर सामुदायिक सराय का पूर्ववत सामाजिक उपयोग सुनिश्चित किया जाए। साथ ही भवन के उपयोग में अवैध रूप से अवरोध उत्पन्न करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए, ताकि समाजजन बिना किसी बाधा के अपने कार्यक्रम आयोजित कर सकें।
