राजसमंद में दिनदहाड़े युवक की निर्मम हत्या : पहले कार से मारी टक्कर, फिर गला रेता

राजसमंद। शहर के नजदीक कांकरोली-भीलवाड़ा हाईवे पर प्रतापपुरा ब्रिज पर मंगलवार दोपहर दिनदहाड़े एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई। अज्ञात कार में सवार होकर आए हत्यारों ने पहले युवक की बाइक को कार से जोरदार टक्कर मारी, जब वो निचे गिर गया तो फिर धारदार हथियार से ताबड़तोड़ हमला कर उसका गला रेत दिया। हमलावरों के वार से मृत युवक की गदर्न और एक हाथ में कट कर अलग हो गया, जो केवल चमड़ी पर ही लटक रहा था। हालांकि पुलिस दुर्घटना की सूचना के आधार पर कांकरोली थाना अधिकारी हंसाराम सीरवी सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचा। लेकिन मामला संदीग्ध होने पर सीआई हंसाराम सीरवी ने उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत कराया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेंद्र पारीक भी मौके पहुंच गए और घटना की जानकारी ली। उसके बाद पहुंची फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं। आरोपियों की धरपकड़ के लिए जिलेभर में नाकेबंदी कर दी गई है। इस जघन्य हत्याकांड ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। पुलिस जल्द से जल्द आरोपियों को पकडऩे का प्रयास कर रही है। वहीं सूचना के बाद शाम को मृतक के परिजन अस्पताल पहुंचे। रात होने के कारण शव को पोस्टमार्टम नहीं हो सका। अब बुधवार सुबह मेडिकल बॉर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है। इधर, एसपी मनीष त्रिपाटी ने बताया कि हत्या की वारदात में शामिल लोगों को पकडऩे के लिए छह टीमों का गठन किया है, जो अगल-अलग एंगल से काम कर रही है। संदिग्ध कार की तलाश है, सीसीटीवी खंगाले गए है, जल्द आरोपी पुलिस की पकड़ में होंगे। एसफएसएल और एमओबी की टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए है।
दिल दहला देने वाली वारदात
पुलिस के अनुसार आमेट की ओर से बाइक पर आ रहे शेरसिंह (35) पुत्र जोधसिंह निवासी खाखरमाला थाना आमेट को पीछे से आई एक कार ने टक्कर मार दी। टक्कर के बाद कार में सवार बदमाशों ने शेरसिंह का गला धारदार हथियार से काट दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। कांकरोली थानाधिकारी हंसराम सीरवी मय जाब्ता घटनास्थल पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर टॉल एम्बुलैंस से आरके जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया। पुलिस ने घटनास्थल को सीज कर दिया है, जहां एफएसएल टीम ने आवश्यक साक्ष जुटाए। बाइक के नंबर के आधार पर मृतक की पहचान हुई थी। मृतक के दो बच्चे और पत्नि है, उसके खिलाफ आमेट थाने में एनडीपीएस एक्ट में एक मामला दर्ज है। वो पहले केटरिंग का काम करता था, उसके बाद बस चलाता था। लेकिन पिछले एक माह से कामकाज छोड़ घर पर ही था। वो घर से बालोतरा जाने का बोलकर निकला था। इसी बिच ये घटना हो गई।
सुनसान ब्रिज का फायदा उठाया हत्यारों ने
जिस समय यह वारदात हुई कांकरोली-भीलवाड़ा हाईवे पर स्थित प्रतापपुरा ब्रिज पर रिपेयरिंग का काम चल रहा था। हालांकि दोपहर के समय सभी मजदूर खाना खाने के लिए ब्रिज से नीचे और आसपास पेड़ों की छांव में चले गए थे। मजदूरों के जाने के बाद ब्रिज पूरी तरह से सुनसान हो गया था, जिसका फायदा उठाकर बदमाशों ने इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया। मजदूरों के औजार और मशीनरी ब्रिज पर ही पड़ी हुई थी।
पुलिस ने तेज की जांच, टीमें गठित
दिनदहाड़े हुई इस हत्या के बाद एसपी मनीष त्रिपाठी, एएसपी अधीक्षक महेंद्र पारीक और थानाधिकारी हंसराम चौधरी ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए कई टीमों का गठन किया है। ये टीमें मृतक शेरसिंह के बारे में जानकारी जुटा रही हैं और उसकी किसी से दुश्मनी या रंजिश का पता लगा रही हैं। पुलिस प्रतापपुरा ब्रिज के आसपास के क्षेत्रों के साथ-साथ कांकरोली-भीलवाड़ा हाईवे पर लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है। वहीं आरोपियों की धरपकड़ के लिए जिलेभर में नाकेबंदी कर दी गई है और पुलिस ने जांच तेज कर दी है।