आज से राजसमंद में साहित्य, कला, संगीत व संवाद का संगम

आज से राजसमंद में साहित्य, कला, संगीत व संवाद का संगम
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राजसमंद( राव दिलीप सिंह परिहार)साहित्य व संवाद के उत्सव मेवाड़ टॉक फेस्ट का तीसरा संस्करण राजसमंद शहर के भिक्षु निलयम में आज शनिवार से "भारत के स्व की कहानी" थीम पर आयोजित होगा। शुक्रवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संरक्षक मदनमोहन टांक, ललित साहू व सहसंयोजक शीतल पालीवाल ने संबोधित किया। इससे पूर्व सुबह आयोजक दल ने प्रभु श्री द्वारकाधीश जी के दर्शन किये। अपरान्ह जिला न्यायाधीश राघवेन्द्र काछवाल ने संविधान के 75 वर्ष होने पर लगी फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। गेम चेंजर मूवी की स्क्रीनिंग व समीक्षा रखी गई। लेखक की बात सत्र में याज्ञवेन्द्र यादव ने चर्चा की।

आज के कार्यक्रम

11 जनवरी को उद्घाटन सत्र में ठाकुर जी की आराधना में मनस्वी व्यास मंदिर हवेली संगीत प्रस्तुत करेगी और अंजली जुयल रश्मिरथि का पाठ करेगी। "भारत के स्व की कहानी" विषय पर बीज भाषण सुरेंद्र सिंह राव मृत्युंजय करेंगे।

दूसरे सत्र में "सिनेमा व समाज" विषय पर होने वाले पैनल डिस्कशन में फिल्म निर्माता विवेक शर्मा, लेखक मुरारी गुप्ता व संगीतकार एकार्थ से प्रोफेसर अमिताभ वार्ता करेंगे। समानांतर सत्र में 4 मिनट की अवधि की स्टोरी टेलिंग प्रतियोगिता और 'मेवाड़ के ऐतिहासिक/धार्मिक स्थल के दृश्य" पर ड्राइंग प्रतियोगिता आयोजित होगी। "लेखक की बात" सत्र में अमित वर्मा अपनी पुस्तक "दीनदयाल उपाध्याय" पर चर्चा करेंगे।

शनिवार को अपरान्ह चर्चा सत्र में "स्व के उद्घोषक: स्वामी विवेकानंद" विषय पर वार्ता होगी, जिसमें लेखक उमेश चौरसिया, डॉ स्वतंत्र कुमार व भूपेंद्र जोशी से प्रोफेसर कुंजन आचार्य चर्चा करेंगे। प्रेरक सत्र में जेएनयू प्रोफेसर डॉ राजेश जांगिड़ वॉलंटियर्स को अध्ययन एवं प्रबंधन पर मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।

नाइट स्टेज सत्र में स्वामी विवेकानंद जयंती की पूर्व संध्या पर केएल कलावत के निर्देशन में नाटिका का मंचन होगा।

दूसरा दिन

12 जनवरी रविवार को पहले सत्र में अमर बलिदानी कालीबाई भील को समर्पित शॉर्ट फिल्म वीरबाला का प्रदर्शन किया जायेगा। इस अवसर पर निर्देशक शुभम, बाल कलाकार भूमिका भट्ट व अभिनेत्री परिधी भटनागर अपने अनुभव प्रतिभागियों के साथ शेयर करेंगे। समानांतर सत्र में रूचि श्रीमाली व प्रवीण मकवाना "आर्ट ऑफ रिडिंग" और प्रो संगीता प्रणवेन्द्र व प्रो कुंजन आचार्य "क्रिएटिव राइटिंग" की कार्यशालाएं लेंगे।

पहले पैनल डिस्कशन सत्र "क्रिटिकल थिंकींग इन डिजीटल एज" में सोशल वर्कर मामराज मेघवाल, सोशल मीडिया एक्सपर्ट योगेश राजपुरोहित, इंफ्लुंसर परिधि भटनागर व लेखक चन्द्रेश टेलर से मॉडरेटर शीतल पालीवाल चर्चा करेगी।

"लेखक से बात" सत्र में हर्षवर्धन अपनी पुस्तक हिन्दू इकोनॉमि पर पाठकों से रूबरू होंगे।

दूसरा पैनल डिस्कशन सत्र "शक्ति की अभिव्यक्ति" विषय पर होगा, जिसमें वक्ता आईआईएमसी की प्रोफेसर संगीता प्रणवेन्द्र, समाजशास्त्री ऋतू श्रीवास्तव और लेखक शिवानी स्वर्णकार से रूचि श्रीमाली चर्चा करेगी।

रविवार शाम को समापन सत्र के संदेश उद्बोधन में प्रो संगीता प्रणवेन्द्र "विश्व कल्याण का भारतीय दृष्टिकोण" विषय पर संबोधित करेगी। प्रतिभागियों व वॉलंटियर्स को सम्मानित किया जायेगा।

पुस्तक विमोचन

चन्द्रेश टेलर की पुस्तक "वर्तमान में हनुमान", मुरारी गुप्ता की पुस्तक "सुगंधा", उमेश कुमार चौरसिया की "मैं विवेकानन्द हूं" और इंदू मणि की "लेटर टू एडिटर" का विमोचन किया जायेगा। इवेंट के हर सत्र में विद्यार्थियों द्वारा एक पुस्तक जो समसामयिक विषय पर होगी, उसका परिचय भी करवाया जाएगा।

राज पुस्तक मण्डपम्

फेस्ट में विशेष रूप से राज पुस्तक मंडप सजाया जाएगा, जिसमें पुस्तक प्रेमियों के लिए हजारों पुस्तकें उपलब्ध रहेगी। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय का उपक्रम नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) भी मेवाड़ टॉक फेस्ट में सम्मिलित होगा। 1957 में स्थापित एनबीटी अब तक 58 भारतीय भाषाओं में लगभग 37 हजार टाइटल प्रकाशित कर चुका हैं। एनबीटी के साथ इण्डस स्क्रॉल्स प्रेस, गरूड़ प्रकाशन, ब्लू वन इंक, सुरूचि प्रकाशन, शांति पब्लिशर्स इंडिया, विचार विनिमय प्रकाशन, आई व्यू एंटरप्राइजेज, ज्ञान गंगा प्रकाशन, प्रभात प्रकाशन, अर्चना प्रकाशन भोपाल, लोकहित लखनऊ व आकाशवाणी प्रकाशन जालंधर सहित कई अन्य प्रकाशकों की पुस्तकें भी उपलब्ध रहेगी। हर पाठक के लिए पुस्तक मंडप में विविध प्रकार जैसे बाल साहित्य के साथ ही युवाओं के लिए प्रतियोगी परीक्षा की पुस्तकें, विज्ञान, तकनीकि, साहित्यिक पुस्तके, त्मकथाएँ धार्मिक, जीवनी-आत्मकथाएँ कहानियां और वैचारिकी पुस्तकें सम्मलित होंगी। ये पुस्तकें हिन्दी, अंग्रेजी, गुजराती, पंजाबी सहित कई भाषाओं में उपलब्ध रहेगी।

लेखक की बात

मुक्ताकाश मैदान में होने वाले "लेखक की बात" सत्र में राजसमंद के पुस्तक प्रेमियों व पाठकों को लेखकों से बातचीत करने का अवसर प्राप्त होगा और साहित्य से जुड़ी कार्यशालाओं एवं विविध गतिविधियों में हिस्सा ले सकते हैं। साथ ही लोग लेखकों से अपनी क्रय की हुई पुस्तक पर उनके हस्ताक्षर करवा सकेंगे।

मेवाड़ टॉक फेस्ट का परिचय: पुस्तक एवं संवाद का यह उत्सव एक ऐसा आयोजन है, जिसमें लेखक, प्रकाशक और पाठकों को एक मंच पर आने का अवसर मिलता है। यह ज्ञान, शिक्षा और साहित्य का उत्सव है, जहाँ विभिन्न भाषाओं और विधाओं की पुस्तकें प्रदर्शित की जाती हैं। फेस्ट का मुख्य उद्देश्य साहित्य, शिक्षा और ज्ञान के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना है। यहाँ पाठक अपनी रुचि की पुस्तके खरीद सकते हैं, लेखकों से बातचीत कर सकते हैं और साहित्य से जुड़ी कार्यशालाओं एवं विविध गतिविधियों में हिस्सा ले सकते हैं।

संविधान के 75 वर्ष पर प्रदर्शनी- संविधान लागू होने के 75 वर्ष होने पर प्रदर्शनी लगाई जायेगी। प्रदर्शनी में संविधान में शामिल किए गए 22 चित्रों की बारीकियां, संविधान के उस हिस्से में शामिल किए जाने के महत्व के साथ दिखाया जाएगा। संविधान की मूल प्रति में लगभग हर अध्याय के आरंभ में कोई न कोई चित्र छापा गया हैं। इन चित्रों में मोहनजोदड़ो और सिंधु घाटी सभ्यता की मोहरें, श्रीराम, श्री कृष्ण, हिमालय, थार का रेगिस्तान, भगवान बुद्ध, भगवान महावीर, विक्रमादित्य, नालंदा विश्वविद्यालय, राजा भरत, हनुमान, नटराज, भागीरथ की गंगा तपस्या, छत्रपति शिवाजी महाराज, गुरु गोबिंद सिंह, वैदिक गुरुकुल, महात्मा गांधी, सुभाषचंद्र बोस आदि जैसे राष्ट्रीय गौरवों को संविधान निर्माताओं ने जिस विचार से संविधान में शामिल किया, उसका विवरण मिलेगा।

नाटिका मंचन

रंगमंच सत्र में स्वामी विवेकानन्द जयंती की पूर्व संध्या पर 11 जनवरी को कलावत कलामंच संस्था जयपुर के द्वारा स्वामी जी के जीवन पर आधारित नाटिका का मंचन लेखक कन्हैयालाल कलावत के निर्देशन में किया जायेगा।

इनके अतिरिक्त ठाकुर जी के श्रृंगार सामग्री, मोलेला आर्ट का लाइव कलाकृति निर्माण, जनजाति महिलाओ द्वारा निर्मित उत्पाद, चाय के वैकल्पिक उत्पाद, नाश्ते आदि की भी स्टॉल लगेगी।

मेवाड़ के 4 स्थानों पर हुआ था पोस्टर विमोचन

18 दिसंबर को मेवाड़ के 4 प्रमुख शहरों उदयपुर, चित्तौड़गढ, भीलवाड़ा व राजसमंद में एमटीएफ 3.0 का पोस्टर विमोचन हुआ था।

पिछले संस्करण-

मेवाड़ टॉक फेस्ट प्रथम सुभाषचंद्र बोस जयंती के अवसर पर 23 जनवरी 2023 को महाराणा प्रताप कृषि विश्वविद्यालय उदयपुर में "पराक्रमी भारत" थीम पर आयोजित हुआ।

मेवाड़ टॉक फेस्ट द्वितीय- 30-31 मार्च 2024 को मोहन लाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर में "उदीयमान भारत" थीम पर आयोजित हुआ। जिसमें वैश्विक स्तर पर भारत की सांस्कृतिक पहचान और संविधान में भारतीयता सत्रों पर संवाद हुआ।

फेस्ट पंजीकरण टीम की पूरी जानकारी वेबसाइट mewartalkfest.com पर उपलब्ध हैं। फेस्ट में प्रवेश पंजीकरण से ही पूर्णतया निशुल्क रहेगा, जो कि कार्यक्रम स्थल पर भी सुविधा रहेगी

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