राजसमंद नगर में तेज रफ्तार से दौड़ी विकास की गाड़ी, बने पिंक टॉइलेट, पैवर पद्धति से सड़कों का हुआ सुदृढीकरण

राजसमंद। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में गत दो वर्षों में हर विभाग विकास कार्यों को समय पर पूर्ण करने की प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ता दिखाई दिया।
शहरी विकास की बात करें तो जिला मुख्यालय के नगरपरिषद क्षेत्र द्वारा 5 जनवरी 2024 से नेशनल हाईवे 758 पर आर. के. हॉस्पिटल के पास 600 सीट की क्षमता के टाउन हॉल निर्माण का
कार्य जारी है। वर्तमान में टाउन हॉल का 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है, शेष कार्य 28 फरवरी 2026 तक पूर्ण किया जाना संभावित है।
टाउन हॉल निर्माण के पश्चात सभी सरकारी/गैर सरकारी कार्यक्रमों हेतु सुनियोजित स्थल शहरवासियों को उपलब्ध हो सकेगा। नगरपरिषद राजसमन्द द्वारा शहर के प्रवेश पर स्थित सोमनाथ
इस वर्ष 44 करोड़ की लागत से निर्मित मुख्यमंत्री जन आवास योजना के आवासों का लोकार्पण स्वायत्त शासन विभाग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री झाबर सिंह खर्रा एवं विधायक श्रीमती दीप्ति माहेश्वरी द्वारा किया गया, साथ ही 150 आवास लाभार्थियों को सुपुर्द किए गए। साथ ही महाराणा प्रताप पार्क में स्थापित अष्ट धातु से निर्मित वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की मूर्ति का भव्य लोकार्पण सम्पन्न हुआ।
सोमनाथ चौराहे पर उसके नाम के अनुरूप सौन्दर्यकरण का कार्य हेतु राशि 30.24 लाख स्वीकृत कर पूर्ण करवाया गया, जिससे शहर की सुन्दरता में नया आयाम स्थापित हुआ। द्वारकेश चौराहे का सौंदर्यीकरण का कार्य भी 12 लाख की लागत से हुआ। दोनों चौराहे शहर के सौन्दर्य का केंद्र बने।
वहीं नगरपरिषद क्षेत्र में क्षतिग्रस्त सड़कों का सुदृढ़ीकरण हेतु नगरपरिषद द्वारा नियमानुसार निविदा आमंत्रित कर पेवर पद्धति द्वारा सड़कों का सुदृढ़ीकरण कार्य किया गया, जिसकी कुल लागत 50 लाख रुपए है।
राज्य सरकार की महत्वकांक्षी अन्नपूर्णा रसोई योजना के तहत लोगों को 8 रुपए प्रति थाली से सस्ती दर पर सम्मान के साथ बैठाकर पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसमें 6 रोटी,
चावल, सब्जी, दाल व अचार उपलब्ध कराया जा रहा। अब तक 4 लाख 29 हजार लोगों को सस्ती दर पर भोजन उपलब्ध कराया गया।
नगरपरिषद क्षेत्र में सघन वन क्षेत्र स्थापित करने के उद्देश्य से शहरी रोजगार गारंटी योजना के श्रमिकों के माध्यम से विभिन्न स्थानों पर कुल 21 हजार पौधे लगाकर सघन वन क्षेत्र स्थापित किया जा रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री आवास योजना व इरिगेशन पाल पुलिस लाइन आदि स्थानों पर वृक्षारोपण किया गया।
नगरपरिषद क्षेत्र में श्रमिकों से पक्के निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं, जिसके अन्तर्गत इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने का कार्य, पेचवर्क, सार्वजनिक भवन एवं डिवाइडर रंगरोगन इत्यादि कार्य संपादित करवाए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) योजनान्तर्गत 1 जनवरी 2024 से 31 अक्टूबर 2025 तक 519 लाभार्थियों को 5 करोड़ 21 लाख रुपए की केंद्रीय अनुदान राशि जारी की गयी, 494 आवासों
का निर्माण पूर्ण किया गया एवं 25 आवास निर्माणाधीन हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 के अन्तर्गत गरीब एवं आवासहीन लोगों के लिए 90 नवीन आवास रूडसीको द्वारा स्वीकृत किए गए।
आर.के. हॉस्पिटल परिसर में महिला/जननी वार्ड के समीप 6-सीटर ’पिंक टॉयलेट’ का निर्माण 21.24 लाख रुपए की लागत से करवाया गया।
राजसमन्द शहर के मध्य स्थित बालकृष्ण स्टेडियम के विकास हेतु आधुनिक खेल मैदान/स्टेडियम निर्माण कार्य प्रगति पर है। यह कार्य नगरपरिषद राजसमन्द द्वारा डीएमएफटी मद के माध्यम से 4 करोड़ 53 लाख रुपए की लागत से कराया जा रहा है। 15 मई 2025 से प्रारम्भ इस कार्य के तहत स्टेडियम में जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान एवं क्षतिग्रस्त दर्शक दीर्घा का
पुनर्निर्माण किया जा रहा है। कार्य पूर्ण होने की संभावित तिथि 14 मई 2026 निर्धारित है। वर्तमान में लगभग 20 प्रतिशत निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
यह आधुनिक खेल परिसर आने वाले समय में नगर के लिए प्रमुख खेल गतिविधियों, सांस्कृतिक आयोजनों तथा राष्ट्रीय पर्वों के आयोजन हेतु एक सशक्त मंच के रूप में विकसित होगा।
कुल मिलाकर नगर परिषद में हाल के महीनों में राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप विकास कार्यों को गति दी गई है। शहरी बुनियादी ढांचे के सुदृढ़ीकरण से लेकर स्वच्छता, पेयजल, सड़क
निर्माण और पार्क विकास जैसे कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया गया है।
प्रत्येक योजना को समयबद्ध ढंग से क्रियान्वित करने के लिए विभागीय समन्वय को मजबूत किया गया, जिसके परिणामस्वरूप कार्यस्थल पर स्पष्ट प्रगति दिखाई दे रही है। सरकारी नीतियों और बजट प्रावधानों को ठोस धरातल पर उतारते हुए नगर परिषद ने शहरवासियों को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराने की दिशा में गंभीर प्रयास किए हैं।
राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप प्रशासनिक पारदर्शिता, त्वरित अनुमोदन और फील्ड मॉनिटरिंग की व्यवस्था को भी सुदृढ़ किया गया है, जिससे कार्यों की गुणवत्ता और गति दोनों में बढ़ोतरी हुई है। आवश्यक वित्तीय स्वीकृतियों के साथ-साथ तकनीकी मंजूरी भी समय पर जारी की गई, जिससे परियोजनाएँ बिना विलंब आगे बढ़ती रहीं।
शहर में स्वच्छता सुधार, सड़क चौड़ीकरण, सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था, बारिश के पानी की निकासी और हरित विकास जैसे कार्यों का प्रभाव अब प्रत्यक्ष रूप से महसूस किया जा सकता है। तेज गति से हुए इन प्रयासों ने नगर परिषद को सेवा प्रदाय के क्षेत्र में अधिक प्रभावी और जवाबदेह बनाया है।
