कृषक कल्याण की हर योजना का किसानों को मिले समुचित लाभ - चौधरी

राजसमंद,। कृषि विज्ञान केन्द्र में बुधवार को राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष श्री सी.आर. चौधरी ने अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक ली। बैठक में विधायक दीप्ति माहेश्वरी और जिला प्रमुख रतनी देवी जाट भी उपस्थित रहे।
इस दौरान राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित में संचालित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की गहन समीक्षा की गई। बैठक के दौरान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फसल खरीद की स्थिति, बीज एवं खाद की उपलब्धता, सिंचाई सुविधाएं, किसान कल्याण योजनाएं, आपदा राहत प्रबंधन सहित अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
अध्यक्ष श्री चौधरी ने संबंधित विभागों को कार्यों की समयबद्धता, गुणवत्ता एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। अधिकारियों द्वारा योजनाओं की वर्तमान स्थिति, प्रगति एवं आगामी कार्य योजना की जानकारी प्रस्तुत की गई।
विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों के कल्याण को लेकर राज्य सरकार के निर्देशानुसार संचालित विभिन्न कार्यक्रमों को लेकर हर योजना में पात्रता अनुसार प्रत्येक किसान को लाभान्वित करें।
इस अवसर पर चौधरी ने कृषि विज्ञान केन्द्र परिसर का निरीक्षण कर वहां चल रही कृषि अनुसंधान एवं विस्तार गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की और उन्हें सराहा। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार प्रत्येक किसान को योजनाओं का लाभ पूर्ण पारदर्शिता एवं प्रभावशीलता के साथ उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष सी.आर. चौधरी ने समीक्षा के साथ-साथ मार्बल गैंगसा एसोसिएशन भवन में कृषक संवाद कार्यक्रम में भी भाग लिया और किसानों की समस्याओं पर चर्चा की। इस दौरान जिले के विभिन्न हिस्सों से आए कृषक मौजूद रहे।
इस अवसर पर इन्द्र सिंह सांचेती, अतिरिक्त निदेशक, कृषि विभाग, भीलवाड़ा; भूपेन्द्र सिंह राठौड़, संयुक्त निदेशक, कृषि विभाग, कल्प वर्मा, उप निदेशक, उद्यान विभाग, संतोष कुमार धुरिया, परियोजना निदेशक, आत्मा (कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण), शक्ति सिंह, संयुक्त निदेशक, पशुपालन विभाग विनोद कोठारी, जिला रजिस्ट्रार, सहकारिता विभाग, आरती हाड़ा, प्रबंधक, राजस्थान राज्य भंडारण निगम एवं हीर सिंह राठौड़, प्रतिनिधि, राजस्थान राज्य बीज निगम, उदयपुर की उपस्थिति रही।
सभी अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों की योजनाओं, प्रगति एवं आगामी कार्य योजनाओं की जानकारी साझा की तथा किसानों को योजनाओं का अधिकतम लाभ दिलाने हेतु समन्वित प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।