वत्सल वार्ता में एसपी का बच्चों से संवाद, सुरक्षा को लेकर दिए अहम संदेश

राजसमंद, । सशक्त और सुरक्षित समाज के निर्माण के लिए बच्चों को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना हम सभी की सामूहिक एवं नैतिक जिम्मेदारी है। यदि बच्चों के साथ कहीं भी कोई अनहोनी होती है या वे असहज महसूस करते हैं, तो डरने के बजाय आत्मविश्वास के साथ तुरंत पुलिस से संपर्क करें। यह संदेश राजसमंद पुलिस अधीक्षक डॉ ममता गुप्ता ने मंगलवार को उदयपुर रेंज पुलिस, यूनिसेफ राजस्थान एवं राजसमंद पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में पुलिसिंग फॉर केयर ऑफ चिल्ड्रन कार्यक्रम के अंतर्गत श्री बाल कृष्ण विद्या भवन राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, कांकरोली में आयोजित वत्सल वार्ता के दौरान दिया।
पुलिस अधीक्षक करीब एक घंटे तक विद्यार्थियों के बीच रहीं और उनसे सीधे संवाद किया। उन्होंने बच्चों को आत्मविश्वासी, निडर और जागरूक रहने की प्रेरणा देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की परेशानी, उत्पीड़न या असहज स्थिति में चुप न रहें बल्कि तुरंत पुलिस को जानकारी दें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सहने की नहीं, कहने की आदत डालें और अपने अधिकारों के प्रति सजग रहें। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि पुलिस सदैव बच्चों की सुरक्षा के लिए तत्पर है।
वत्सल वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक ने विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने, मोबाइल फोन के जिम्मेदाराना उपयोग तथा साइबर अपराधों जैसे डिजिटल अरेस्ट, साइबर बुलिंग और ऑनलाइन ठगी के प्रति जागरूक किया। उन्होंने इनसे बचाव के उपाय बताते हुए सतर्क रहने का आह्वान किया। साथ ही विद्यालय प्रबंधन को विद्यार्थियों का पुलिस थाने का भ्रमण कराने का सुझाव दिया, जिससे बच्चे पुलिस की कार्यप्रणाली एवं प्रक्रियाओं को समझ सकें और पुलिस के प्रति विश्वास बढ़े। बच्चों द्वारा पूछे गए विभिन्न प्रश्नों के उत्तर देकर उनकी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया गया।
कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेंद्र पारीक एवं रजत विश्नोई ने समन्वय की भूमिका निभाई। यूनिसेफ राजस्थान की बाल संरक्षण अधिकारी हिमाली लेउवा ने यूनिसेफ द्वारा बाल संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों, बाल अधिकारों एवं संबंधित अधिनियमों की जानकारी दी। उन्होंने बच्चों को आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने और साइबर अपराधों से सतर्क रहने के लिए प्रेरित किया। यूनिसेफ राजस्थान उदयपुर रेंज की बाल संरक्षण सलाहकार सिन्धु बिनुजीत ने पुलिसिंग फॉर केयर ऑफ चिल्ड्रन कार्यक्रम, सामुदायिक पुलिसिंग, बाल मित्र कक्ष एवं बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों की भूमिका पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर कालिका पेट्रोलिंग टीम एवं आत्मरक्षा टीम द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। साइबर टीम ने तकनीकी जानकारी के माध्यम से साइबर अपराधों से बचाव के उपाय बताए। सुरक्षा सखियों ने महिला एवं बाल संरक्षण के क्षेत्र में किए गए कार्यों की जानकारी दी। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य प्रमोद पालीवाल ने स्वागत किया तथा संचालन व्याख्याता एवं शारीरिक शिक्षक कमलेश शर्मा ने किया। कार्यक्रम में यूनिसेफ राजस्थान के प्रतिनिधि, मीडिया टीम सदस्य, कांकरोली थानाधिकारी, पुलिस अधिकारी-कर्मचारी तथा लगभग 200 विद्यार्थी उपस्थित रहे।
