1 से 3 दिसंबर तक आयोजित होगा कुंभलगढ़ फेस्टिवल, सभी विभागों की तय की ज़िम्मेदारियाँ

राजसमंद, । आगामी 1 से 3 दिसम्बर तक आयोजित होने वाले कुंभलगढ़ फेस्टिवल-2025 की तैयारियों को लेकर बैठक मंगलवार को जिला कलक्टर अरुण कुमार हसीजा की अध्यक्षता में कुंभलगढ़ उपखंड अधिकारी कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में उप निदेशक शिखा सक्सेना, एसडीएम साक्षी पूरी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं होटल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने भाग लेते हुए महोत्सव को सफल, भव्य एवं सुरक्षित बनाने के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं पर विस्तार से चर्चा की।
कलक्टर ने निर्देश दिए कि महोत्सव के दौरान आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि फेस्टिवल का आयोजन आकर्षक, स्वच्छ, सुरक्षित और यादगार हो तथा आगंतुकों के लिए यातायात, स्वास्थ्य सेवाएं, सुरक्षा, पानी-बिजली और सफाई जैसी सभी व्यवस्थाएं सुदृढ़ रहें।
कलक्टर ने कहा कि महोत्सव की सफलता तभी मानी जाएगी जब बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटकों की सहभागिता सुनिश्चित हो। उन्होंने निर्देश दिए कि महोत्सव के प्रचार-प्रसार को देश-विदेश तक पहुँचाने के लिए ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म्स को जोड़ा जाए और सोशल मीडिया पर भी व्यापक फोकस रखा जाए। उन्होंने बताया कि कुंभलगढ़ आने वाला हर पर्यटक यहां से अविस्मरणीय अनुभव लेकर जाए।
पर्यटन उप निदेशक शिखा सक्सेना ने बैठक का संचालन किया और फेस्टिवल की संपूर्ण रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि यह आयोजन राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने का मंच बनेगा। तीन दिवसीय महोत्सव में लोक नृत्य, लोकसंगीत, शिल्प प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रमों तथा विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इस वर्ष कार्यक्रमों में विविधता के साथ नवीन आकर्षण भी जोड़े गए हैं।
सफाई, मार्ग सुधार, सुरक्षा, चिकित्सा, प्रकाश व सुविधाओं पर विस्तृत निर्देश:
बैठक में दुर्ग एवं आसपास के क्षेत्र में सफाई, केलवाड़ा से दुर्ग तक मार्ग की मरम्मत, प्रकाश व्यवस्था, पीने के पानी की उपलब्धता, पार्किंग और यातायात प्रबंधन सहित विभिन्न व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि केलवाड़ा से दुर्ग तक का मार्ग आकर्षक, स्वच्छ और सुगम बनाया जाए तथा दुर्ग के भीतर और बाहर सभी प्रमुख स्थलों की सफाई सुनिश्चित की जाए।
सुरक्षा और आपात सेवाओं के अंतर्गत फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस, अस्थायी चिकित्सा कैंप, भीड़ नियंत्रण व पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती के निर्देश दिए गए। कलाकारों के वाहनों को दुर्ग के भीतर तक प्रवेश की अनुमति और अन्य वाहनों के लिए बाहरी पार्किंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी।
रात्रिकालीन कार्यक्रमों के लिए प्रकाश की व्यवस्था, प्रचार-प्रसार सामग्री के वितरण, होटलों में ठहरे पर्यटकों तक महोत्सव की जानकारी पहुंचाने, फ्लेक्स-बैनर-होर्डिंग्स लगाने तथा चिकित्सा व पुलिस टीम के लिए भोजन पैकेट की व्यवस्था पर भी विस्तृत दिशा-निर्देश प्रदान किए गए।
विभागों को सौंपे ये दायित्व:
बैठक में विभागवार दायित्वों का विस्तृत विवरण भी प्रस्तुत किया गया। पीने के पानी की संपूर्ण व्यवस्था जल स्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के जिम्मे रहेगी, साथ ही दुर्ग के मुख्य द्वार, चौगान पोल, प्रताप चौराहा और कार्यक्रम स्थल पर विशेष रूप से पेयजल उपलब्ध करवाया जाएगा। केलवाड़ा से दुर्ग तक सफाई व्यवस्था तथा मार्ग के दोनों ओर चूने और कलर से लाइनिंग का कार्य पंचायत समिति कुंभलगढ़ द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा, जबकि दुर्ग के अंदर की सफाई भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा की जाएगी।
केलवाड़ा से दुर्ग तक सड़क मरम्मत का दायित्व सार्वजनिक निर्माण विभाग को सौंपा गया है। महोत्सव अवधि में फायर ब्रिगेड की व्यवस्था जिला प्रशासन करेगा, वहीं एम्बुलेंस और अस्थायी चिकित्सा टीम चिकित्सा विभाग द्वारा तैनात की जाएगी। ट्रैफिक नियंत्रण व सुरक्षा व्यवस्था पुलिस विभाग के जिम्मे रहेगी, जिसमें हल्ला पोल, ओदी चौराहा, व्यू प्वाइंट और कार्यक्रम स्थल पर पुलिस बल, लेडी कांस्टेबल तथा मोबाइल टीम की तैनाती भी शामिल है। लोक कलाकारों के वाहनों की पार्किंग दुर्ग के बाहर प्रबंधित होगी।
हल्ला पोल से व्यू प्वाइंट तक पाँच स्थानों पर प्रकाश की व्यवस्था अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, केलवाड़ा द्वारा की जाएगी। होटल एसोसिएशन कुंभलगढ़ को यह दायित्व दिया गया कि होटलों में ठहरे पर्यटकों के कमरों में महोत्सव के पैम्फलेट पहुँचाए जाएँ, साथ ही चिकित्सा एवं पुलिस टीमों हेतु भोजन पैकेट सुनिश्चित करेंगे। पर्यटन विभाग द्वारा महोत्सव का प्रचार-प्रसार, फ्लेक्स, बैनर और होर्डिंग्स लगाए जाएंगे तथा महोत्सव अवधि में लाइट एंड साउंड शो स्थगित रखा जाएगा। स्थानीय स्तर पर प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग को सौंपी गई है।
ये रहेंगे कार्यक्रम:
उप निदेशक (पर्यटन) शिखा सक्सेना ने बताया कि महोत्सव के कार्यक्रम कैलेंडर के अनुसार, 1 दिसंबर 2025 को शाम 7 बजे एकम – मैत्रेयी पहाड़ी द्वारा विभिन्न नृत्य शैलियों का वाइब्रेंट कोलाज प्रस्तुत किया जाएगा। 2 दिसंबर 2025 को शाम 7 बजे लोकराग – संदीप रत्नू द्वारा लोक संगीत का नाट्य प्रस्तुतीकरण होगा, जबकि 3 दिसंबर 2025 को शाम 7 बजे नगाड़ा कॉन्सर्ट – डांसिंग पीकॉक द्वारा ड्रम ओडिसी का भव्य आयोजन किया जाएगा। सभी कार्यक्रम कुंभलगढ़ दुर्ग, राजसमंद में आयोजित होंगे। साथ ही 1 से 3 दिसंबर तक तीनों दिन दोपहर के समय राजस्थानी लोक नृत्य एवं संगीत, पगड़ी पहनो प्रतियोगिता, टग ऑफ वॉर आदि कार्यक्रम आयोजित होंगे।
