एनएफएसए में कोई पात्र परिवार वंचित न रहे, हर गाँव-ढाणी में हो सुचारु पेयजल सप्लाई -कलक्टर

राजसमंद (राव दिलीप सिंह परिहार)जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने सोमवार को पानी, बिजली, संपर्क, शिक्षा, चिकित्सा, रसद आदि से जुड़े अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान उप वन संरक्षक कस्तूरी प्रशांत सुले, एडीएम नरेश बुनकर, सीईओ बृजमोहन बैरवा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। कलक्टर ने सहायक निदेशक लोक सेवाएं लतिका पालीवाल से संपर्क पोर्टल पर पेंडिंग प्रकरणों की समीक्षा करते हुए जिला स्तरीय अधिकारियों को सभी स्तरों पर त्वरित प्रभाव से प्रकरण निस्तारित करने, विशेष रूप से 45 दिवस से ऊपर के सभी प्रकरण निस्तारित करने, लेवल द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ पर दर्ज प्रकरण भी क्लियर करने के निर्देश दिए। सीएमओ से प्राप्त प्रकरणों की समीक्षा कर अधिकारियों से कहा कि जल्द से जल्द समस्याओं का समाधान करें।
जिला रसद अधिकारी विजय सिंह से एनएफएसए में नवीन परिवारों के पंजीयन, प्रकरण निस्तारण की स्थिति, निरस्तीकरण के कारण आदि की समीक्षा की। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के एसई रामावतार सैनी से जिला परिषद की गत बैठक में सदस्यों द्वारा उठाई समस्याओं पर हुई कार्रवाई का ब्यौरा तीन दिवस में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसके बाद पेयजल सप्लाई, परियोजनाओं की स्थिति, सैम्पलिंग आदि की समीक्षा की। बाघेरी परियोजना से पेयजल सप्लाई को लेकर कहा कि ग्रामीण क्षेत्र से धरातलीय स्थिति की रिपोर्ट लें ताकि निरंतर सप्लाई सुनिश्चित की जा सके।
कलक्टर ने कहा कि पानी की सैंपलिंग मूल सोर्स यानि कुए, तालाब अथवा टंकी तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए, अधिकारी लोगों के घरों तक जाएं और नलों से आ रहे पानी के भी सैंपल उठाकर चेक करें। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि कहीं भी सीवर की लाइन पेयजल लाइन में मिक्स न हो और इस आशय का प्रमाण पत्र सभी ग्राम विकास अधिकारी तथा पीएचईडी के एईएन प्रस्तुत करें। हैंडपंप रिपेयरिंग की समीक्षा के दौरान पीएचईडी नए बताया कि जिले में 30 मिस्त्री हैं, हर ब्लॉक में 3-4 टीमें लगातार कार्यरत हैं, शिकायतों का 48 घंटों में निस्तारण कर रहे हैं एवं अब तक 1030 हैंडपंप ठीक किए जा चुके हैं।
मौसमी बीमारियों की लेकर सीएमएचओ डॉ हेमंत बिंदल से समीक्षा की जिस पर उन्होंने संतोषजनक स्थिति होना बताया। साथ ही ओपीडी, आईपीडी, रिजर्व बेड की जानकारी दी। लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत बेटियों के जन्म पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय किश्त की समीक्षा सीएमएचओ तथा सीडीईओ से करते हुए लंबित किस्त समय पर जारी करने और एक भी बेटी को वंचित नहीं रखने के निर्देश दिए।
जल शक्ति अभियान की हुई समीक्षा:
कलक्टर ने जल शक्ति अभियान – कैच द रेन की समीक्षा की। वाटरशेड एसई अनिल सनाढ्य ने बताया कि यह भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य देश में जल संरक्षण और जल प्रबंधन को सशक्त बनाना है।
इसके तहत वर्षा जल संचयन, पारंपरिक जल स्रोतों का पुनरुद्धार, भूजल पुनर्भरण, जलग्रहण क्षेत्र विकास, अपशिष्ट जल के पुनः उपयोग और वृक्षारोपण जैसे कार्यों को प्राथमिकता दी जाती है। इस अभियान को एक जन आंदोलन का रूप दिया गया है, जिसमें आम जनता, पंचायतें, स्कूल, कॉलेज, स्वयंसेवी संगठन और विभिन्न सरकारी विभाग सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।
अधिकाधिक संरचनाएं बनाई जाए:
जल शक्ति अभियान का उद्देश्य न केवल जल संसाधनों का संरक्षण करना है, बल्कि लोगों को पानी के विवेकपूर्ण उपयोग और जल स्रोतों के पुनर्जीवन के प्रति जागरूक भी बनाना है। कलक्टर ने निर्देश दिए कि सभी सरकारी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सक्रिय होना सुनिश्चित करें एवं आमजन को भी इसके लिए जागरूक करें। साथ ही पीएचईडी, वन विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग, नगर निकाय आदि अपने स्तर पर अधिकाधिक संरचनाओं के माध्यम से जल संरक्षण को बढ़ावा दें।