कलक्टर के निर्देश पर संकटग्रस्त परिवार को मिली मदद, रोजगार दिलाने के साथ-साथ कई योजनाओं से जोड़ा
राजसमन्द (राव दिलीप सिंह परिहार)जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा निरंतर समाज के निर्धन तबके के संरक्षण और सहायता की दिशा में प्रयासरत हैं। जहां एक ओर जिले में पालनहार विशेष अभियान तथा प्रोजेक्ट श्रम संबल जैसे अभियानों से निर्धन और जरूरतमंद तबकों को लाभ मिला है, तो वहीं प्रशासन द्वारा व्यक्तिगत सहायता के प्रकल्प भी जारी हैं।
जिले के ओलानाखेड़ा में पति के आकस्मिक निधन के बाद चार माह से भरण पोषण को लेकर तरस रही एक विधवा महिला का प्रकरण संज्ञान में आते ही जिला कलक्टर के निर्देश पर प्रशासन ने त्वरित राहत प्रदान की है।
जिला कलक्टर को ओलानाखेड़ा निवासी श्रीमती सोहनीदेवी भील की पीड़ा के संबंध में ज्ञापन प्राप्त हुआ था जिसमें बताया गया था कि 10 सितंबर को उसके पति का आकस्मिक बीमारी से निधन हो गया है, उसके दो बेटे और दो बेटियाँ है तथा परिवार का खर्चा चला पाना मुश्किल हो रहा है।
शिकायत मिलते ही कलक्टर असावा ने आमेट विकास अधिकारी को महिला के घर जाकर उसका हालचाल पूछकर पात्रता अनुसार अधिकाधिक योजनाओं का लाभ प्रदान करने के निर्देश दिए थे।
असावा के निर्देश पर आमेट विकास अधिकारी और ग्राम विकास अधिकारी श्रीमती सोहनी देवी के घर पहुंचे। महिला का हाथों-हाथ मनरेगा जॉब कार्ड बनाकर मास्टरोल में नाम दर्ज कर उसे रोजगार प्रदान किया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना में लाभान्वित करने की दृष्टि से आवास प्लान-2024 में नाम शामिल किया गया। विधवा पेंशन योजना के तहत पेंशन स्वीकृति आदेश हाथों-हाथ जारी किया गया। इसके साथ ही पालनहार योजना में उसके बच्चों को जोड़ते हुए प्रतिमाह आर्थिक सहायता सुनिश्चित की।
कलक्टर ने निर्देश सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि आगे भी इस महिला की पात्रता अनुसार योजनाओं से लाभान्वित कर राहत प्रदान करें।
सहायता का सिलसिला जारी:
उल्लेखनीय है कि जिला कलक्टर असावा ने इससे पूर्व नाथद्वारा उपखंड के खमनोर पंचायत समिति अंतर्गत ग्राम पंचायत उठारडा के गाँव जीवाखेडा निवासी 35 वर्षीय रोशन लाल का लम्बी बीमारी के बाद निधन हो पश्चात उसकी पत्नी व उनके छह छोटे बच्चों की दयनीय स्थिति का पता चलने पर भी विभिन्न सहायता उपलब्ध कराई थी। प्रशासन का प्रयास है कि हर जरूरतमंद को पात्रता अनुसार सरकारी योजनाओं का लाभ मिले।