प्लास्टिक मुक्त राजसमंद: जिला कलक्टर को एसीईओ अजमेरा ने दिखाए एसएचजी द्वारा निर्मित जूट के बैग और थैले
राजसमंद, । प्लास्टिक मुक्त राजसमंद को लेकर प्रशासन कई अभिनव पहल कर रहा है।
सोमवार को जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा को जिला परिषद एसीईओ डॉ सुमन अजमेरा ने एडीएम नरेश बुनकर और जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा की उपस्थिति में राजीविका एसएचजी समूहों की महिलाओं द्वारा तैयार किए गए आकर्षक जूट के बैग और अन्य थैलियाँ दिखाई। कलक्टर ने इन उत्पादों को देख विशेष रूप से इसकी गुणवत्ता को सराहा।
कलक्टर ने कहा कि ये उत्पाद तो बाजार में उपलब्ध अधिकतर उत्पादों से बेहतर हैं, ऐसे में बाजार के अनुरूप इनकी कीमत तय कर बिक्री कराएं जिससे ग्रामीण परिवेश की महिलाओं को लाभान्वित किया जा सके। डीपीएम ने इस दौरान एसएचजी द्वारा तैयार मिट्टी के गमलों, मिट्टी की पानी बोतल आदि के नमूने भी दिखाई। इस पर कलक्टर ने सभी विभागों से राजीविका से न्यूनतम 10-10 गमले अथवा पेन स्टैंड खरीदने की अपील की।
कलक्टर ने जूट के बैग की बाजार अनुरूप सही कीमत निर्धारित करने के लिए नगर परिषद आयुक्त, जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक और डीपीएम को सर्वे कर सही कीमत तय करने के निर्देश दिए। कलक्टर ने कहा कि इन बैग्स की मार्च माह के प्रथम सप्ताह में आयोजित होने जा रहे होली मेले के अवसर पर बिक्री कराई जाए।
बुके के बजाय मिट्टी के गमले उपहार में दें :जिला कलक्टर
कलक्टर बालमुकुंद असावा ने सभी अधिकारियों से अनुरोध किया है कि कार्यक्रमों या अन्य अवसरों पर आतिथ्य सत्कार में अब बुके भेंट करने के बजाय राजीविका एसएचजी द्वारा निर्मित मिट्टी के गमलों में पौधे लगाकर भेंट करें। साथ ही किसी भी बैठक या अन्य आयोजन में प्लास्टिक की बोतलें नजर नहीं आए। कलक्टर का कहना है कि जब तक हम खुद शुरुआत नहीं करेंगे तब तक दूसरों को कैसे प्रेरणा देंगे। उन्होंने प्लास्टिक मुक्त राजसमंद की पहल को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए हैं।