राजसमंद : शेरसिंह हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा, पत्नी प्रमोद कंवर गिरफ्तार; प्रेम प्रसंग, अवैध संबंध और आर्थिक मदद बनी हत्या की वजह

राजसमंद : शेरसिंह हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा, पत्नी प्रमोद कंवर गिरफ्तार; प्रेम प्रसंग, अवैध संबंध और आर्थिक मदद बनी हत्या की वजह
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राजसमंद, कांकरोली (राहुल आचार्य) । राजसमंद पुलिस ने खाखरमाला निवासी शेरसिंह हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा कर दिया है। यह हत्या किसी बाहरी रंजिश का परिणाम नहीं, बल्कि प्रेम प्रसंग, अवैध संबंध और आपसी झगड़े की एक जटिल कहानी का हिस्सा है, जिसमें मृतक की पत्नी प्रमोद कंवर भी शामिल थी। कांकरोली थाना पुलिस ने इस मामले में प्रमोद कंवर को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पहले ही हत्याकांड के मास्टरमाइंड राम सिंह और उसके दो सहयोगियों को गिरफ्तार कर चुकी है।

'राजा रघुवंशी' की तर्ज पर हुई हत्या की साजिश:

पुलिस जांच में सामने आया है कि शेरसिंह की हत्या की साजिश प्रमोद कंवर के उकसावे और राम सिंह के साथ रहने की चाहत में रची गई थी। प्रमोद कंवर लगातार राम सिंह के संपर्क में थी और उसे शेरसिंह की पल-पल की लोकेशन बता रही थी। हत्या से पहले प्रमोद ने राम सिंह की आर्थिक मदद भी की थी।

हत्या की दो कोशिशें, फिर मिली सफलता:

यह खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने शेरसिंह की हत्या की दो बार कोशिश की थी:

पहली कोशिश (23 जून): आरोपियों का प्लान था कि वे 23 जून को शेरसिंह की एक्सीडेंट से हत्या कर दें। इसके लिए वे बाड़मेर जाते समय देसूरी की नाल में शेरसिंह का एक्सीडेंट करवाना चाहते थे। हालांकि, उस दिन शेरसिंह के घर से बाहर नहीं निकलने के कारण आरोपियों के मंसूबे धरे रह गए।

दूसरी और सफल कोशिश (24 जून): 24 जून को प्रमोद कंवर खुद शेरसिंह को अपने साथ आमेट तक लेकर आई। आमेट से शेरसिंह राजसमंद के लिए रवाना हुआ। प्रमोद कंवर ने ही गोमती चौराहा पर शेरसिंह का इंतजार कर रहे राम सिंह और उसके अन्य साथियों को सरदारगढ़ बुलाया।

प्रतापपुरा ब्रिज पर दिया वारदात को अंजाम:

24 जून को प्रतापपुरा ब्रिज पर राम सिंह और उसके साथियों ने अपनी कार से शेरसिंह की बाइक को जोरदार टक्कर मारी। टक्कर से शेरसिंह बाइक से नीचे गिर गया। इसके बाद, राम सिंह ने धारदार हथियार से उस पर ताबड़तोड़ हमला कर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी।

हत्या के बाद आरोपियों का 'धार्मिक दौरा' और राम सिंह की फरारी:

हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी मातृकुंडिया और जोगणियामाता के दर्शन करने गए थे। बाद में, मुख्य आरोपी राम सिंह उदयपुर से अहमदाबाद, फिर मुंबई और बारामती चला गया। राम सिंह ने बारामती में एक नई मोबाइल सिम ली थी, जिसके आधार पर उसका पीछा कर रही पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस की। इसके बाद राम सिंह गुजरात होते हुए माउंट आबू पहुंच गया, जहां सिरोही पुलिस की मदद से नाकाबंदी कर उसे माउंट आबू क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया।

प्रमोद कंवर की गिरफ्तारी:

राम सिंह से गहन पूछताछ के बाद पुलिस ने मृतक शेरसिंह की पत्नी प्रमोद कंवर को भी गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी इस हत्याकांड के पीछे के पूरे प्रेम प्रसंग और साजिश को उजागर करती है। पुलिस अब सभी आरोपियों से गहनता से पूछताछ कर रही है ताकि इस जघन्य अपराध की हर कड़ी को जोड़ा जा सके और न्याय सुनिश्चित किया जा सके।

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