आत्मा योजना के अंतर्गत किसान सीखेंगे उन्नत खेती के गुरल, जैविक एवं सीताफल उत्पादन पर मिलेगा प्रशिक्षण

राजसमन्द। उप निदेशक कृषि एवं पदेन संतोष कुमार दुरिया ने बताया कि कृषकों को उन्नत खेती की जानकारी देने एवं उन्हें नई तकनीकों और गतिविधियों को अपने खेतों पर अपनाकर अन्य कृषकों को प्रेरित करने के उद्देश्य से आत्मा परियोजना के अंतर्गत राज्य के भीतर एवं बाहर भ्रमण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
दुरिया ने बताया कि अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह में अनुसूचित जाति की महिला कृषक जो जैविक खेती कर रही हैं अथवा जैविक खेती का प्रशिक्षण प्राप्त कर उत्पादन करना चाहती हैं, ऐसे जिले की 30 महिला कृषकों का प्रशिक्षण माउंट आबू स्थित राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन पर आयोजित किया जाएगा। इस प्रशिक्षण में जैविक खेती, प्राकृतिक खेती एवं योगिक खेती की आधुनिक तकनीकों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
इसी प्रकार अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह में राजसमन्द जिले में “एक जिला एक उत्पाद” योजना के तहत सीताफल की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए 30 कृषकों का प्रशिक्षण राजकीय सीताफल उत्कृष्टता केंद्र, चित्तौड़गढ़ पर आयोजित किया जाएगा। इसमें वैज्ञानिक तकनीकों द्वारा फलोद्यान स्थापना, प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन की जानकारी दी जाएगी। इच्छुक कृषक उद्यान विभाग से अनुदान प्राप्त कर अपने खेत में सीताफल बगीचे की स्थापना कर सकते हैं।
जो कृषक इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेना चाहते हैं, वे दिनांक 25 सितंबर 2025 तक अपने नजदीकी कृषि पर्यवेक्षक, सहायक कृषि अधिकारी अथवा सहायक निदेशक कृषि (वि.) के कार्यालय से संपर्क कर आवेदन कर सकते हैं।
