ITSSO रैंकिंग में दूसरा स्थान: अजमेर रेंज में अपराध नियंत्रण में उल्लेखनीय सुधार

अजमेर रेंज पुलिस ने अपराध नियंत्रण और न्यायिक प्रक्रिया के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। मंगलवार को आईजी रेंज कार्यालय द्वारा जारी अपराध आंकड़ों के अनुसार, मई 2025 में अपराध दर में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है। आईजी रेंज कार्यालय के एडिशनल एसपी विजय सांखला ने जानकारी दी कि मई में रेंज की ITSSO अनुपालन दर 69.89% रही, जो राज्य की औसत 65.70% से अधिक है। यह दर्शाता है कि पुलिस प्रशासन सूचना प्रौद्योगिकी और निगरानी तंत्र का प्रभावी रूप से उपयोग कर रहा है।
अजमेर रेंज की ITSSO रैंकिंग में भी जबरदस्त सुधार हुआ है। जुलाई 2024 में रेंज राज्य में 12वें स्थान पर थी, जबकि मई 2025 में यह सीधे दूसरे स्थान पर पहुंच गई। यह उपलब्धि पुलिस की समर्पित कार्यशैली और बेहतर प्रबंधन रणनीतियों का परिणाम है। अपराध के विभिन्न वर्गों में आंकड़ों ने सुधार की पुष्टि की है। आईजी रेंज कार्यालय के एडिशनल एसपी विजय सांखला ने कहा कि अनुसूचित जनजातियों से संबंधित अपराधों में 34.29% की कमी दर्ज की गई है। इसके अतिरिक्त, भारतीय दंड संहिता (IPC) और भारत न्याय संहिता (BNS) के अंतर्गत आने वाले अपराधों में 16.90% की गिरावट आई है। महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में भी 6.32% की कमी दर्ज की गई है, जो महिला सुरक्षा के प्रति बढ़ती सजगता का संकेत है। सम्पत्ति से संबंधित अपराधों में तो 38.73% की बड़ी गिरावट देखी गई, जिससे जनता में सुरक्षा का विश्वास और बढ़ा है।
हालांकि, स्थानीय एवं विशेष अधिनियमों के अंतर्गत दर्ज अपराधों में 12.04% की वृद्धि हुई है, जिसे पुलिस प्रशासन विश्लेषण कर रहा है। इसके बावजूद, समग्र रूप से कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में रही है। विजय सांखला ने कहा कि एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि यह रही कि वर्ष 2024-25 में पोक्सो, बलात्कार और एससी/एसटी अत्याचार से संबंधित 164 मामलों में न्यायालयों द्वारा दोषियों को सजा सुनाई गई। एडिशनल एसपी सांखला ने इसे प्रभावी जांच प्रणाली और मजबूत पैरवी का परिणाम बताया। कुल मिलाकर, अजमेर रेंज ने अपराध नियंत्रण, न्यायिक प्रक्रिया और तकनीकी अनुपालन में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए राज्य में एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया है। यह सफलता पुलिस और जनता के बीच सहयोग व विश्वास की भावना को और मजबूत करती है।