विशेष बच्चों के सर्वांगीण विकास को लेकर माधव विश्वविद्यालय में हुई महत्वपूर्ण बैठक

पिंडवाड़ा (सिरोही)। माधव विश्वविद्यालय के विशेष शिक्षा विभाग में विशेष बच्चों के उज्जवल भविष्य को ध्यान में रखते हुए एक अहम बैठक का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय सभागार में हुई इस बैठक में विभागाध्यक्ष घनश्याम कुशवाहा सहित सहायक प्रोफेसर पठान तोफिक़खान, श्रेय खटक, मनोज कुमार नागर, अजय कश्यप, मयंक अवस्थी और हितेन्द्र सिंह क्लार्क ने हिस्सा लिया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य विशेष शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना, समावेशी शिक्षा के तरीकों को अपनाना और विद्यार्थियों के समग्र विकास हेतु योजनाओं पर मंथन करना रहा।
विभागाध्यक्ष कुशवाहा ने बैठक की शुरुआत करते हुए कहा कि विशेष बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ना विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि विभाग लगातार नवाचारों और नीतियों के जरिए विशेष शिक्षा में सुधार की दिशा में काम कर रहा है।
बैठक में तोफिक़खान ने विशेष शिक्षा में तकनीकी उपकरणों के उपयोग और नवाचारों की अहमियत पर प्रकाश डाला। श्रेय खटक और मनोज कुमार नागर ने शिक्षकों के प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रमों की जरूरत को रेखांकित किया, जिससे शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार हो सके।
अजय कश्यप और मयंक अवस्थी ने विद्यार्थियों के मानसिक और सामाजिक विकास के लिए काउंसलिंग और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों को प्रभावी ढंग से लागू करने पर बल दिया। वहीं, हितेन्द्र सिंह क्लार्क ने विभाग के भौतिक संसाधनों और इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने की आवश्यकता जताई।
बैठक के अंत में सभी सदस्यों ने विभागीय गतिविधियों की समीक्षा करते हुए आगामी समय में विशेष बच्चों के हित में और अधिक प्रभावी कदम उठाने का संकल्प लिया। यह बैठक विभाग की सकारात्मक सोच और विशेष शिक्षा के प्रति समर्पण का प्रतीक बनी।