विश्व पृथ्वी दिवस पर विद्यार्थियों ने ली पर्यावरण संरक्षण की शपथ

सिरोही। माधव विश्वविद्यालय पिंडवाड़ा सिरोही में मंगलवार, 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर विशेष शिक्षा विभाग, भारत स्काउट एंड गाइड तथा राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के संयुक्त तत्वावधान में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरणीय चेतना फैलाना और विद्यार्थियों को प्रकृति संरक्षण के प्रति प्रेरित करना रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत विभागाध्यक्ष डॉ. घनश्याम कुशवाहा के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने पृथ्वी के संरक्षण को लेकर युवाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि एवं अकादमिक डीन डॉ. महेन्द्र परमार ने 'जीरो वेस्ट लाइफस्टाइल' को समय की आवश्यकता बताया और दैनिक जीवन में छोटे बदलावों से बड़ा फर्क लाने का संदेश दिया।
एनएसएस निदेशक डॉ. देवेंद्र मुजाल्दा ने विद्यार्थियों को पर्यावरण के प्रति उत्तरदायित्व समझाने हेतु प्रेरित किया। कृषि विभाग की डॉ. रुचिता कोटड़िया ने 'जैविक खेती' पर सारगर्भित व्याख्यान दिया और रसायन मुक्त खेती की ओर कदम बढ़ाने की आवश्यकता जताई।
ई-वेस्ट प्रबंधन पर डॉ. संगीता ने इलेक्ट्रॉनिक कचरे के खतरों और निस्तारण की तकनीकी जानकारी दी, वहीं डॉ. मुहर्रम अंसारी ने सौर ऊर्जा के प्रयोग से जुड़ी संभावनाओं और लाभों को साझा किया।
कार्यक्रम का समापन डॉ. रेणुका के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ, जिसमें उन्होंने सभी वक्ताओं, विभागीय सदस्यों और विद्यार्थियों का आभार जताया। इसके उपरांत सभी प्रतिभागियों ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली और विश्वविद्यालय परिसर में सामूहिक वृक्षारोपण किया।
इस प्रेरणादायक आयोजन का सफल समन्वयन सहायक प्राध्यापक पठान तोफीक खान ने किया। कार्यक्रम में डॉ. अवनीश मिश्र, मयंक अवस्थी, अजय कश्यप, श्रेय खटक, मनोज नागर सहित विशेष शिक्षा विभाग के समस्त संकाय सदस्य उपस्थित रहे। यह आयोजन विद्यार्थियों के लिए केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि प्रकृति के प्रति प्रतिबद्धता का संदेश बनकर सामने आया।