चायवाले ने दिखाई इंसानियत की मिसाल, 16 साल से काम कर रहे कर्मचारी की बेटी के मायरे में दिए 3.30 लाख रुपये और गहने

चायवाले ने दिखाई इंसानियत की मिसाल, 16 साल से काम कर रहे कर्मचारी की बेटी के मायरे में दिए 3.30 लाख रुपये और गहने
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जोधपुर। सोजती गेट स्थित रमेश टी स्टॉल के संचालक रमेश कुमावत ने अपने यहां 16 साल से कार्यरत मजदूर अमरदास वैष्णव की बेटी राधिका की शादी में मामा बनकर ऐसा फर्ज निभाया कि हर कोई भावुक हो गया। रविवार शाम हुई शादी में रमेश कुमावत ने मायरे में 3.30 लाख रुपये नकद, गहने और दूल्हा-दुल्हन सहित परिवार के सभी सदस्यों के लिए कपड़े भेंट किए। उनकी इस मानवीय पहल की शहरभर में चर्चा हो रही है।

जानकारी के अनुसार, रमेश कुमावत अपने परिवार और दोस्तों के साथ गाजे-बाजे के साथ अमरदास के घर मायरा भरने पहुंचे। उन्होंने मायरे में 3.30 लाख रुपये नकद, 100 ग्राम चांदी, एक सोने की नाक की फिनी और दूल्हा-दुल्हन सहित परिवार के सभी सदस्यों के लिए कपड़े दिए। इसके अलावा कन्यादान में एक चांदी की गाय और 2100 रुपये भी भेंट किए।

सोजती गेट पर रमेश टी स्टॉल पिछले 32 सालों से संचालित है। अमरदास वैष्णव इस स्टॉल पर बीते 16 वर्षों से ईमानदारी से काम कर रहे हैं। वे अपने सेवा भाव और निष्ठा के लिए जाने जाते हैं।

अमरदास के परिवार ने रमेश कुमावत और उनके साथ आए लोगों का तिलक लगाकर स्वागत किया। इस अवसर पर रमेश कुमावत और उनकी पत्नी इंद्रा देवी के साथ पंच भैराराम तिलायचा, शंकरराम पटेल, हनुमानराम भायल, पवन कुमावत, अरविंद पटेल, सीरवी नवयुवक मंडल अध्यक्ष लोकेश चौधरी, दलपत सीरवी, चेतन पटेल पार्षद, श्रवण सीरवी, ओमप्रकाश पटेल, गिरिश पटेल, अनिता देवी, इंद्रा कुमावत, टीमची देवी, धर्माराम कुमावत, विक्रम पटेल, पदम गिरी, महंत बालक दास, मदनदास, श्रवणदास, बबलू वैष्णव और कैलाश वैष्णव सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

इस घटना ने जोधपुर में इंसानियत और स्नेह की एक नई मिसाल पेश की है। लोगों का कहना है कि रमेश कुमावत का यह कदम समाज के लिए प्रेरणा है कि रिश्ते केवल खून से नहीं, बल्कि भावना और अपनापन से भी बनते हैं।

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