चित्तौड़गढ़: दूषित पानी पीने से दो लोगों की मौत, 50 लोग बीमार; लापरवाही बरतने के आरोप में इंजीनियर समेत 4 सस्पेंड

चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं कस्बे में दूषित पेयजल आपूर्ति से दो लोगों की मौत और करीब 50 लोगों के बीमार होने के मामले में प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। जिला कलेक्टर के आदेश पर जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता (जेईएन) समेत चार कर्मचारियों को बुधवार को निलंबित कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार बेगूं के धूलखेडा मोहल्ले में पेयजल पाइप लाइन में लीकेज होने से दूषित पानी की आपूर्ति हुई, जिससे क्षेत्र में उल्टी-दस्त का प्रकोप फैल गया। इस संक्रमण से अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 से अधिक लोग बीमार हैं। बेगूं उप जिला अस्पताल में 13 मरीज भर्ती हैं, वहीं दो गंभीर मरीजों को उदयपुर रेफर किया गया है।
पाइप लाइन बदलने का काम शुरू
बुधवार को उल्टी-दस्त के पांच नए मरीज सामने आए, जिनमें से चार का इलाज घर पर और एक को अस्पताल में भर्ती किया गया। 95 वर्षीय तुलसी बाई धाकड़ की हालत गंभीर बनी हुई है। उनकी किडनी खराब हो गई है और उन्हें घर पर ही ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए प्रभावित इलाके में पाइप लाइन बदलने का काम शुरू कर दिया है। जेसीबी मशीन से खुदाई कर लीकेज वाली लाइन को हटाया जा रहा है। नगर पालिका ईओ विष्णु यादव ने बताया कि मोहल्ले में टैंकरों के जरिए पानी सप्लाई की जा रही है और पूरे शहर में घर-घर सर्वे किया जा रहा है। पानी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।
दूषित पानी की आपूर्ति रोकने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास जारी हैं। उपनिदेशक नगर निकाय विनोद कुमार, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त सी.आर. देवासी, एडीएम प्रभा गौतम और एसडीएम मनस्वी नरेश ने अस्पताल में भर्ती मरीजों का हाल जाना और पाइप लाइन शिफ्टिंग कार्य का निरीक्षण किया।