आवागमन होगा सुगम, विकास को लगेंगे पंख

उदयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में विधानसभा में प्रस्तुत सरकार के पहले पूर्ण बजट में उदयपुर जिले को ढेरों सौगातें मिली हैं। बजट में जहां एक तरफ आधारभूत विकास पर फोकस किया गया, वहीं सभी वर्गों के सामाजिक उन्नयन पर भी ध्यान दिया गया है। पर्यटन के मामले में देश के अग्रणी शहरों में शुमार उदयपुर के आधारभूत विकास को भी राज्य बजट में खास तरजीह दी गई है। जिले में कई महत्वपूर्ण सड़कों के सुदृढीकरण की घोषणा हुई, वहीं कई बड़े प्रोजेक्ट की डीपीआर भी तैयार की जानी है। सार्वजनिक निर्माण विभाग, युडीए और नगर निकाय ने इन घोषणाओं को मूर्त रूप देने के लिए कवायद भी तेज कर दी है।

स्वीकृति जारी, जल्द होंगी निविदाएं :

राज्य बजट में सार्वजनिक निर्माण विभाग के तहत उदयपुर जिले में गोगुन्दा-गणशेजी का गुड़ा-मोडी-छिपाला-मारूवास-तुला तक 14.50 किलोमीटर सड़क के लिए 18.75 करोड़ रूपए की घोषणा की गई है। पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता (ग्रामीण) अनिल गर्ग ने बताया कि इस सड़क कार्य के लिए प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति 12 जुलाई को जारी हो गई है तथा निविदा आमंत्रित करने की कार्यवाही भी शुरू कर दी गई है। गर्ग ने बताया कि क्यारी से सइकला तक सड़क एवं पुलिया निर्माण, सिरवल नदी पर पुलिया निर्माण और शिवडिया से पंपरमाल सड़क निर्माण के लिए 30 करोड़ की घोषणा हुई है। इस कार्य का फॉरकास्ट एस्टीमेंट तैयार कर मुख्य अभियंता जयपुर को प्रेषित कर दिया गया है। प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति प्राप्त होते ही निविदा प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी।

गर्ग ने बताया कि बजट में कोटड़ा से देवला रोड तक 50 किलोमीटर सड़क को 4 लेन करने के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने व मावली उदयपुर से नाथद्वारा वाया गुडली तक 35 किमी सड़क के लिए डीपीआर बनाने की भी घोषणा की गई है। इसके लिए डीपीआर के लिए दस्तावेज तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है। डीपीआर के लिए क्रमशः 150 लाख व 100 लाख रूपए की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति के लिए मुख्य अभियंता जयपुर को पत्र प्रेषित किए गए हैं। स्वीकृति प्राप्त होते ही डीपीआर तैयार करने के लिए कंसलटेंट की नियुक्ति के लिए निविदा की जाएगी। छाणी-झाझरी रोड़ के लिए भी प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी होते ही निविदा प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी। इसके अलावा बिपरजॉय तुफान, अतिवृष्टि एवं अन्य क्षतिग्रस्त सड़कों एवं पुलियाओं की मरम्मत के 139 कार्य बजट में प्रस्तावित किए गए हैं। इसके लिए प्रारंभिक तैयारियां कर ली गई हैं। स्वीकृति प्राप्त होते ही निविदा आमंत्रित की जाएगी।

शहरी क्षेत्र में मिलेगी यातायात समस्या से निजात :

राज्य बजट में उदयपुर शहर में बढ़ते यातायात दबाव को नियंत्रित करने के लिए फ्लाईओवर, एलिवेटेड रोड़ की सौगात दी गई है। इसमें पारस तिराहे पर 36.16 करोड़ की लागत से फ्लाईओवर निर्माण किया जाना है। इससे पारस तिराहे पर यातायात का दबाव कम करने में मदद मिलेगी। वहीं देबारी चौराहे से प्रातपनगर चौराहे तक 125 करोड़ की लागत से एलिवेटेड रोड़ बनना भी प्रस्तावित है। एलिवेटेड रोड़ बनने से एयरपोर्ट मुख्य मार्ग पर वर्तमान में यातायात के अत्यधिक दबाव से बनने वाली स्थितियों में काफी सुधार होगा। इसके अलावा उदयपुर सिटी स्टेशन से कलक्टर निवास तक एलिवेटेड रोड़ के लिए डीपीआर भी तैयार की जा रही है। उधर, सीसारमा से नांदेश्वर तक 14 करोड की लागत से सड़क विस्तारीकरण एवं सुदृढ़ीकरण, बड़गांव से कविता राष्ट्रीय राजमार्ग 76 का 43 करोड़ की लागत से विस्तारीकरण एवं सुदृढीकरण और जड़ाव नर्सरी से कलड़वास तक 38 करोड़ की लागत से सड़क विस्तार कार्य भी बजट में शामिल है। इन सभी कार्यों से उदयपुर शहर में यातायात व्यवस्था का काफी हद तक समाधान होगा तथा लोगों को सुगम आवागमन के विकल्प मिल सकेंगे।

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