लेकसिटी के डॉ. चित्रसेन ने अंतरराष्ट्रीय कला कार्यशाला में लिया भाग
उदयपुर, । उत्तरप्रदेश के गोरखपुर में विश्व शांति दिवस के मौके पर आयोजित चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कला कार्यशाला और संगोष्ठी में लेकसिटी के ख्यातनाम चित्रकार डॉ. चित्रसेन ने हिस्सा लिया और मेवाड़ शैली में अपनी कलाकृति के माध्यम से मेवाड़ का गौरव बढ़ाया।
ललित कला, लोक कला, मंचिय कला को समर्पित ललिता न्यास द्वारा आयोजित इस कला कार्यशाला और संगोष्ठी में कई देशों के कलाकारों के बीच रहकर डॉ. चित्रसेन ने मेवाड़ के भित्तिचित्रों में उकेरी जाने वाली यक्षिका की छवि को समसामयिक रूप में चित्रित कर अतिथियों और कलाप्रेमियों को आकर्षित किया। डॉ. चित्रसेन ने इस कलाकृति को एक्रेलिक रंगों से तैयार किया और इसमें अपने कलाकृकौशल व तकनीक के माध्यम से एक गोल्डन बार बनाते हुए दृष्टिभ्रम को पैदा किया। इस कलाकृति में नीचे मेवाड़ शैली में हाथी को भी चित्रित किया गया जो इसके सौंदर्य को और भी अधिक निखार रहा था।
इस कला कार्यशाला में न्यास के अध्यक्ष डॉ भारत भूषण ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट, नई दिल्ली के डायरेक्टर जनरल डॉ. संजीव किशोर गौतम थे। संगोष्ठी की मुख्य संयोजिका डॉ सुदीप्ता बी भूषण थीं। इस कला कार्यशाला में देश-विदेश के वरिष्ठ चित्रकारों ने भी इसमें शिरकत की।