फतहसागर स्थित सरस मिल्क पार्लर को जयपुर की तर्ज पर करेंगे विकसितः कुमावत

उदयपुर, । प्रदेश के पशुपालन, डेयरी एवं देवस्थान विभाग कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि सरस यानी शुद्धता की गारंटी। राज्य सरकार पशुपालकों और दुग्ध संघ को सक्षम बनाने के लिए हर संभव प्रयासरत है।

कुमावत रविवार को उदयपुर प्रवास के दौरान सवीना स्थित कृषि उपज मंडी में उदयपुर सहकारी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के किसान मिल्क पार्लर के शुभारंभ समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह मिल्क पार्लर क्षेत्र के लिए बहुपयोगी साबित होगा। यहां की लोकेशन अच्छी है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में फतहसागर स्थित सरस मिल्क पार्लर को जयपुर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। पशुपालन मंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि किसानों और पशुपालकों को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाएंगे तो देश मजबूत और आत्मनिर्भर बनेगा।

समारोह के विशिष्ट अतिथि राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया ने कहा कि सरस डेयरी के उत्पाद गुणवत्तापूर्ण है। आमजन को अधिक से अधिक इन उत्पादों का लाभ लेना चाहिए। उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन ने कहा कि किसान पशुपालन के जरिए स्वयं को समृद्ध बना रहे हैं। उदयपुर डेयरी की अपनी प्रतिष्ठा है। सरकार किसानों और पशुपालकों के उत्थान के लिए संकल्पबद्ध है तथा राहत देने के हर संभव प्रयास किया जा रहे हैं।

समारोह को उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, वल्लभनगर विधायक उदयलाल डांगी ने भी संबोधित किया। प्रारंभ में डेयरी चौयरमैन डालचंद डांगी, डेयरी प्रबंधक विपिन शर्मा आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। मंत्री श्री कुमावत सहित अतिथियों ने फीता काट कर किसान मिल्क पार्लर का लोकार्पण किया। इस अवसर पर समाजसेवी नाहर सिंह जोधा, रविन्द्र माली, प्रमोद सामर, चंद्रगुप्त सिंह चौहान, तख्तसिंह शक्तावत आदि गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।

गांव-ढाणियों में खुल सकते हैं छोटे सरस पार्लर

मंत्री श्री कुमावत ने कहा कि देश की जीडीपी में सर्वाधिक योगदान कृषि और पशुपालन का है। पशुपालन का व्यवसाय प्रत्यक्ष तौर पर महिलाओं से जुड़ा हुआ है। इससे महिलाओं को आत्मनिर्भरता मिलती है। महिलाओं की भागीदारी बूथ समितियों में बढ़ाने की आवश्यकता है। छोटे गांव-ढाणियों में छोटे सरस पार्लर खोल जा सकते हैं। इससे सीधा लाभ स्थानीय पशुपालकों को मिलेगा।

बजट में पशुपालकों के लिए कई प्रावधान

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार पशुपालकों को प्रोत्साहन हेतु दूध क्रय पर 5 रुपये बोनस राशि का भुगतान कर रही है। सरकार ने बजट में पशुपालकों हेतु कई घोषणाएं की है। 21 लाख दुधारू पशुओं का बीमा किया जाएगा। पशुपालक अपने पशुओं का बीमा अवश्य करवाएं। गोपालक कार्ड के जरिए पशुपालकों को एक लाख रुपये का ब्याज मुक्त ऋण मिलेगा। 536 मोबाइल वेटरनरी यूनिट प्रदेश में संचालित है, इनमें से उदयपुर जिले में 27 वाहन उपलब्ध हैं। हैल्पलाइन नंबर 1962 पर कॉल कर पशुपालक अपने बीमार पशुओं के लिए घर बैठे उपचार सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।

कैटल फीड प्लांट के प्रस्ताव बनाकर भेजें

डेयरी चेयरमैन डालचंद डांगी की मांग पर कुमावत ने कहा कि उदयपुर में कैटल फीड प्लांट स्थापित करने हेतु प्रस्ताव बनाकर भेजें इसकी शीघ्र स्वीकृति हेतु यथासंभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उदयपुर डेयरी प्लांट के विस्तार की आवश्यकता है। इसे स्थानीय किसान और पशुपालक समृद्ध होंगे। उदयपुर डेयरी में दूध की क्षमता बढ़ानी चाहिए। आवश्यकता अनुसार मशीनरी भी स्थापित होनी चाहिए। उदयपुर में दूध की कमी नहीं है। उन्होंने बताया कि गाय की सेवा और पूजा से सभी देवताओं की कृपा प्राप्त होती है।

Next Story