स्वांत सुखाय कला है स्केचिंग, मानसिक संतुष्टि है लक्ष्य - लड्ढा

उदयपुर, कला, साहित्य और शिल्प-वैशिष्ट्य की धरा लेक सिटी उदयपुर में युवा स्केचर्स के समूह की हर रविवार की स्केच मीट की श्रृंखला लगातार जारी है। इसी क्रम में शेड्स आॅफ उदयपुर और अर्बन स्केचर्स के वैश्विक समूह के तत्वावधान में रविवार को शहर के युवा स्केचर्स ने बापू बाजार में स्केचिंग की और कला कौशल के जरिये शहर के सौंदर्य को स्केच के सहारे केनवास पर उकेरा।

इस मौके पर युवा चित्रकारों को संबोधित करते हुए अर्बन स्केचर्स प्रमुख और ख्यातनाम वास्तु विशेषज्ञ सुनील एस. लड्ढा ने स्केचिंग को स्वांत सुखाय कला का एक प्रतीक बताया और कहा कि इसके माध्यम से कलाकार मानसिक संतुष्टि के लक्ष्य को अर्जित करता है। उन्होंने कहा कि कलाकार अपनी कल्पनाओं और यथार्थ का समन्वय करते हुए कला सर्जना करता है। उन्होंने युवा कलाकारों को अर्बन स्केचर्स की वैश्विक समूह से जुड़ने का भी आह्वान किया। इस मौके पर 35 से अधिक प्रतिभागियों ने बापू बाजार, कपूर ट्रेडर्स और आसपास के स्थलों को को ध्यान में रखते हुए स्केच बनाए।

प्रारंभ में कला कार्यशाला संयोजक कपूर ट्रेडर्स के प्रवीण कपूर ने युवा कलाकारों का स्वागत करते हुए लेकसिटी में कला व कलाकारों की पृष्ठभूमि की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कला और कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए संस्थान सदैव प्रतिबद्ध है। इस मौके पर प्रस्तर शिल्पकार हेमंत जोशी, चित्रकार राहुल माली, विनय दवे, अहमदाबाद से पहुंचे आर्टिस्ट विनीत और बड़ी संख्या में स्केचर्स मौजूद रहे।

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