हमारा संविधान कठोर एवं लचीलेपन का शानदार मिश्रण“ - डॉ भटनागर

उदयपुर,। संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर शहर में विविध आयोजन हुए। चेतक सर्कल स्थित सूचना केंद्र सभागार में संविधान निर्माण से जुड़ी ऐतिहासिक फोटो की प्रदर्शनी एवं संगोष्ठी का आयोजन हुआ। संगोष्ठी में प्रताप गौरव केंद्र के शोध निदेशक डॉ विवेक भटनागर बतौर मुख्य वक्ता शामिल हुए, साथ ही जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के अतिरिक्त आयुक्त एवं राजस्थान प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी गीतेशश्री मालवीय ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शिरकत की।

इस अवसर पर उपस्थित युवा शक्ति को संबोधित करते हुए डॉ भटनागर ने कहा कि संविधान का अर्थ है समविधान अर्थात जो सभी के लिए एक समान नियमावली प्रस्तुत करें और सभी के हितों की रक्षा करें। ऋग्वेद में उल्लेख है कि सर्वप्रथम जन एवं जनपदों के लिए सभा,समिति और विदथ का गठन किया गया और इसके लिए नियमावली बनाई गई। किसी शासन व्यवस्था के लिए विधान निर्माण का यह सबसे पहला उदाहरण है। समय के साथ आवश्यकतानुसार विधान बदलते गए। हमारे देश का संविधान 60 देशों के संविधान से अच्छी बातों के चयन कर बनाया गया है। यह अपने आप में कठोर एवं लचीलेपन का शानदार मिश्रण है जो देश के सभी नागरिकों को समान अधिकार प्रदान करता है।

संविधान का महत्व समझाने के साथ किया कैरियर मार्गदर्शन

संगोष्ठी में राजस्थान प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी और जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के अतिरिक्त आयुक्त गीतेशश्री मालवीय ने उपस्थित युवाओं को दैनिक जीवन में संविधान का महत्व समझाते हुए कैरियर मार्गदर्शन किया तथा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। इस अवसर पर उन्होंने स्वयं के प्रशासनिक सेवा में चुने जाने से संबंधित किस्से भी सुनाएं और युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि अभाव कभी कड़ी मेहनत के आड़े नहीं आते, युवा साथी अपनी मेहनत और काबिलियत के दम पर आशानुकूल परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।

इससे पूर्व अतिथियों एवं युवाओं ने सभागार में प्रदर्शित फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा संविधान निर्माण करने वाले तथा इसमें योगदान देने वाले देश के पुरोधाओं को याद किया। संगोष्ठी में सूचना केंद्र के उपनिदेशक गौरीकांत शर्मा ने सभी का आभार जताया। संचालन सहायक जनसंपर्क अधिकारी जयेश पण्डया ने किया। इस अवसर पर सहायक लेखाधिकारी जसवंत सिंह भाटी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी वाचस्पति देराश्री, राजसिंह सदाणा, दीपक शर्मा, सुनील व्यास, राजसिंह, हीरालाल शर्मा आदि उपस्थित रहे।

ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी में युवाओं ने उत्साह से भाग लिया

संगोष्ठी उपरांत संविधान निर्माण से जुड़ी ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया जिसमें करीब 50 युवाओं ने ऑनलाइन माध्यम से भाग लिया। उक्त प्रश्नोत्तरी में 6 युवाओं जितेंद्र कुम्हार, कृतिका पूर्बिया, अमीषा, मुरलीधर सुथार, खुशवंत एवं पारस कुमार मीणा ने सभी प्रश्नों के सही उत्तर देते हुए सराहनीय प्रदर्शन किया जिस पर अथितियों द्वारा उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

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