जनसहभागिता से ही अर्जित की जा सकती हैं पूर्ण सफलता
उदयपुर, । पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान में पशुपालन प्रचार-प्रसार संगोष्ठी शुक्रवार को आयोजित हुई। इसमें उपनिदेशक डॉ. सुरेन्द्र छंगाणी ने कहा कि किसी भी योजना के कार्य का क्रियान्वयन पशुपालक के सामने स्वयं हाथ से करके विधिवत रूप से प्रदर्शन करने से ही पशुपालक उससे शीघ्र प्रभावित होता है एवं उस कार्य योजना को अपनाता है। व्यापक प्रचार-प्रचार के अभाव में पशुपालक योजनाओं से समुचित लाभ प्राप्त करने में असफल रहते हैं। संस्थान के वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. पद्मा मील ने पशुपालन प्रचार-प्रसार की विभिन्न विधियों की जानकारी दी। पशुपालन डिप्लोमा विद्यार्थियों ने भी अपने विचार रखें।
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