इण्डोनेशिया के बाली में जेजेसी परिवार के सदस्यों ने किए गरुड़ विष्णु केनकाना मंदिर के दर्शन

उदयपुर,। सामाजिक संस्था जैन जागृति सेन्टर उदयपुर का 50 सदस्यों का दल जेजेसी के संस्थापक अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत के नेतृत्व में आठ दिवसीय सामाजिक एवं सांस्कृतिक यात्रा पर बाली इण्डोनेशिया में भ्रमण कर रहे है। फत्तावत ने बताया कि सभी सदस्यों ने विदेश की धरती पर तीसरे दिन सोमवार को बाली में गरूड़ा विष्णु केनकाना मंदिर के दर्शन किए। फत्तावत ने कहां कि गरुड़ विष्णु केनकाना प्रतिमा 121 मीटर ऊंची प्रतिमा है जो इंडोनेशिया के बाली में गरुड़ विष्णु केनकाना सांस्कृतिक पार्क में स्थित है। इसे न्योमन नुआर्टा ने डिजाइन किया था और सितंबर 2018 में इसका उद्घाटन किया गया था। 46 मीटर बेस पेडस्टल सहित स्मारक की कुल ऊंचाई 121 मीटर (397 फीट) है। प्रतिमा को इंडोनेशिया की सबसे ऊंची प्रतिमा के रूप में डिजाइन किया गया था और यह एक ऐसी घटना से प्रेरित है जिसकी जड़ें हिंदू धर्म में गरुड़ द्वारा जीवन के अमृत, अमृता की खोज से जुड़ी हैं। इस कहानी के अनुसार, गरुड़ अपनी गुलाम मां को आजाद कराने के लिए अमृत का उपयोग करने के अधिकार के बदले में भगवान विष्णु द्वारा सवार होने के लिए सहमत हुए थे। स्मारक 31 जुलाई 2018 को पूरा हुआ और 22 सितंबर 2018 को इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो द्वारा इसका उद्घाटन किया गया।

अध्यक्ष सुधीर चित्तौड़ा एवं महामंत्री नितिन लोढ़ा ने बताया कि इंडोनेशिया में यह हिंदू देवता की सबसे ऊंची मूर्ति है। गरुड़ विष्णु केनकाना प्रतिमा पर्यावरण को बचाने के मिशन का प्रतीक है और दुनिया. तांबे और स्टील के मिश्रण से बनी इस मूर्ति का वजन 4,000 टन है। जिसे मूर्तिकार बाली, आई न्योमन नुआर्ता ने बनाया है। दल बाली के जैन समाज के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर सांस्कृतिक एवं धार्मिक धरोहर के संरक्षण एवं विकास पर चर्चा की एवं वहां की हिन्दू संस्कृति एवं धार्मिक मंदिरों का अवलोकन कर सनातन संस्कृति के बारे में विस्तार से जानकारी ली। साथ ही जेजेसी टीम ने विदेश की धरती पर भी भगवान महावीर के जयकारे लगाते हुए पूरा वातावरण महावीर मय कर दिया।

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