राजस्थान सरकार ने बजट में लेकसिटी को दी लेक्रोज अकादमी की सौगात
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उदयपुर, । राज्य सरकार ने बजट में उदयपुर को लेक्रोज अकादमी का आवंटन कर स्थानीय ग्रामीण व जनजाति प्रतिभाओं को बहुत बड़ा तोहफा दिया है जिससे वे अपने खेल कौशल को निखार उच्चतम मुकाम हासिल कर सकें। इस उपलब्धि के लिए लेक्रोज एसोसिएशन ऑफ इंडिया, राजस्थान लेक्रोज संघ उदयपुर लेक्रोज संघ के पदाधिकारियों, अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय पदक विजेता खिलाडिय़ों, प्रशिक्षक सहित खेलप्रेमियों ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, वित्तमंत्री दिया कुमारी, खेलमंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, जनजाति विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी, मेवाड क्षेत्र के सांसद, विधायकों, जनप्रतिनिधियों, वनवासी कल्याण परिषद,आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी का आभार व्यक्त किया है।
प्रशिक्षक नीरज बत्रा ने बताया कि उदयपुर में लेक्रोज एकेडमी खुलने से नई पीढ़ी को तकनीकी प्रशिक्षण के साथ उचित मानक के इक्यूपमेंट, डाइट एवं प्रतियोगिता अनुरूप सुविधाएं भी मुहैया होंगी जिससे खिलाड़ियों को इस खेल में अपने कौशल को सुधारते हुए उत्तरोत्तर बेहतर करने का अवसर मिलेगा। लॉस एंजिल्स ओलंपिक 2028 में लैक्रोस खेला जाना है इसके लिए स्थानीय प्रतिभाओं के लिए भी उम्मीद की किरण जागी है कि वे दुनिया भर में भारत का नाम रोशन करने का सपना पूरा कर सकें ।
बत्रा के अनुसार भारत की माननीय राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने मानगढ़ में भारतीय टीम में सम्मिलित महिला खिलाड़ियों की उपलब्धियां को सराहा एवं भारतीय टीम की कप्तान सुनीता मीणा को प्रथम आदि गौरव खेल रत्न से कथा राजश्री गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में माननीय राज्यपाल ने सम्मानित किया, वहीं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उदयपुर में राजस्थान सरकार की उपलब्धियों के एक वर्ष पूर्ण होने पर एशियाई रजत पदक विजेता लेक्रोज खिलाड़ियों से मुलाकात कर उनकी उपलब्धियां को सराह प्रोत्साहित किया था साथ ही बांसवाडा में लेक्रोज के जनजाति खिलाड़ी डाली गमेती व मोहनलाल गमेती को सम्मानित किया।
प्रशिक्षक बत्रा ने बताया कि मुख्यतः लेटिन अमेरिकी खेल लेक्रोज में मेवाड़ अंचल ने सात महिला तथा तीन पुरुष अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की सौगात भारत को दी है जिसके चलते जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी, स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं टीएडी आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी की अनुशंसा से उदयपुर की उदीयमान प्रतिभाओं को समुचित प्रशिक्षण द्वारा अपने सपने पूरे करने के लिए पंख फैलाने का अवसर प्रदान किया है। उदयपुर से प्रशिक्षक नीरज बत्रा द्वारा प्रशिक्षित सुनीता मीणा, डाली गमेती, मीरा दौजा, जुला कुमारी गुर्जर, विशाखा मेघवाल, हेमलता डांगी महिला वर्ग में और मोहनलाल गमेती, खुमाराम गमेती एवं प्रणय त्रिपाठी पुरूष वर्ग में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बिखेर रहे हैं, महिला टीम ने समरकंद, उज़्बेकिस्तान में आयोजित हुई एशियाई प्रतियोगिता में रजत पदक जीता जिसमें कप्तान सुनीता मीणा 22 गोलकर सर्वश्रेष्ठ स्कोर रही वहीं पुरुष खिलाड़ी जापान में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं।
बत्रा के अनुसार हाल ही में उदयपुर में आयोजित हुई सीनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिता के महिला व पुरुष दोनों वर्गों के स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया तथा सब जूनियर वर्ग में बालक व बालिका दोनों ही टीम ने रजत पदक जीता, उससे पूर्व फेडरेशन कप में भी राजस्थान की पुरुषों व महिला दोनों टीमों ने स्वर्ण पदक जीत वर्चस्व बनाया। अन्य प्रतियोगिताओं में प्रथम राष्ट्रीय जुनियर प्रतियोगिता की बालक व बालिका टीम ने स्वर्ण एवं द्वितीय राष्ट्रीय जूनियर प्रतियोगिता में बालिका टीम ने स्वर्ण तथा बालकों ने कांस्य पदक जीता था। राजस्थान ने विभिन्न वर्गों की अब तक हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 14 स्पर्धाओं में से आठ में स्वर्ण, दो में रजत तथा एक कांस्य पदक जीत वर्चस्व बनाया है स राजस्थान टीम में अधिकांशतः खिलाड़ी उदयपुर के जनजाति क्षेत्र के खिलाड़ी हैं।