सकल दिगम्बर जैन समाज की बैठक सम्पन्न, चातुर्मास को लेकर बनी रूपरेखा

उदयपुर । वर्ष 2008 के बाद एक बार पुन: झीलों की नगरी उदयपुर को एक बड़ा संत सानिध्य मिलने वाला है, राष्ट्रसंत जैनाचार्य पुलक सागर महाराज का वर्ष 2025 का भव्य चातुर्मास उदयपुर में सम्पन्न होने जा रहा है, चातुर्मास की रूपरेखा तय करने के लिए सकल दिगम्बर जैन समाज की बैठक सर्वऋतु विलास स्थित दिगंबर जैन मंदिर में सम्पन्न हुई। अखिल भारतीय पुलक जन चेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद फांदोत ने बताया कि 6 जुलाई को भव्य मंगल प्रवेश उदयपुर में होगा । आचार्यश्री ने 2008 में उदयपुर में चातुर्मास किया था, उसके 17 वर्षों बाद आचार्यश्री का सानिध्य पुन: उदयपुर को मिलने वाला है । चातुर्मास की बैठक में उदयपुर सकल दिगम्बर के सभी समाज एवं संगठनों के अध्यक्ष एवं पदाधिकारी, समस्त महिला संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे । शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं चित्र अनावरण के साथ किया गया ।
बैठक में सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत, महामंत्री सुरेश पद्मावत, नाथूलाल खलूडिया, निर्मल कुमार जैन, महेन्द्र टाया, कुंथुकुमार गणपतोत, अशोक शाह, लक्ष्मीलाल बोहरा, सुमतिप्रकाश वालावत, जनकराज सोनी, देवेन्द्र छाप्या, राजेश बडज़ात्या, रमेश शाह, शांतिलाल भोजन, शांतिलाल मनोत ,अमित जैन, अशोक चित्तौड़ा, मांगीलाल नावडिय़ा, श्रीपाल धर्मावत, गेंदालाल फाँदोत, सुशील चित्तौड़ा, पारस चित्तौड़ा, प्रकाश सिंघवी, ज्योति बाबू शास्त्री, सम्राट जैन शास्त्री एवं महिला संगठनों से सीमा फांदोत, त्रिशला डागरिया, अंजना गंगवाल, वंदना लोलावत आदि मौजूद थे । सभी ने चतुर्मास की रूपरेखा को लेकर अपने अपने विचार रखे । कार्यक्रम का संचालन प्रकाश सिंघवी ने किया । प्रचार प्रसार सचिव विप्लव कुमार जैन ने बताया कि आगामी 1 जून को आचार्यश्री को चातुर्मास से पूर्व श्रीफल अर्पित करने के लिए उदयपुर से बसों के माध्यम से बांसवाड़ा जाएंगे, जिसका संपूर्ण संयोजन श्री मेवाड़ जैन युवा संस्थान की ओर से रहेगा ।
- चातुर्मास में यह रहेगी कार्यक्रम श्रृंखला
राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद फांदोत ने बताया कि 6 जुलाई को आचार्यश्री का भव्य ऐतिहासिक मंगल प्रवेश उदयपुर में होगा, 12 जुलाई को गुरु गुणगान महोत्सव के साथ 13 जुलाई को चातुर्मास की मंगल कलश स्थापना का आयोजन होगा । चातुर्मास श्रृंखला में पहला कार्यक्रम ज्ञान गंगा महोत्सव 27 जुलाई से 15 अगस्त तक आयोजित होगा । ज्ञान गंगा महोत्सव के अंतर्गत 31 जुलाई को मोक्ष सप्तमी, 9 अगस्त को रक्षाबंधन एवं 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर विशेष आयोजन होंगे । आचार्यश्री के सानिध्य में पर्वराज पर्युषण महामहोत्सव 28 अगस्त से 6 सितंबर तक आयोजित होगा । तपस्वियों का महापारणा 7 सितंबर को आयोजित होगा, वही 14 सितंबर को सकल जैन समाज का क्षमावाणी पर्व का भव्य आयोजन होगा । पर्यूषण महापर्व के पश्चात आगामी दिनों में कई और भव्य कार्यक्रमों की श्रृंखला रहेगी, जिसे समय समय पर अवगत करवाया जाएगा । संपूर्ण चातुर्मास सकल दिगम्बर जैन समाज के सदस्य सम्पूर्ण चातुर्मास सकल जैन समाज, दिगम्बर जैन मन्दिर, सर्वऋतु विलास एवं अखिल भारतीय पुलक जन चेतना मंच के तत्वाधान में होगा ।