बच्चों व बड़ों में आत्मदर्शन का मार्ग बताते संस्कार शिविर : सम्राट शास्त्री

उदयपुर । श्री दिगम्बर जैन श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर एवम श्री दिगम्बर जैन धर्म प्रभावना समिति के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित सम्यक ज्ञान शिक्षण शिविर के चौथे दिन मंगलवार को शहर के अलग-अलग मंदिरों में जयपुर से आए विद्ववानों की टीम ने जैन धर्म से सम्बन्धित पूजन, प्रक्षाल, नित्य नियम पूजन, शांतिधारा, अभिषेक आदि के बारे में पढ़ाया गया। शिविर प्रभारी सम्राट जैन शास्त्री ने बताया कि परम पूज्य आचार्य शांति सागर, विद्या सागर, वर्धमान सागर, सुनीलसागर, समयसागर, पुण्य सागर, अर्पित सागर एवम निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव सुधासागर महाराज की मंगल प्रेरणा से आयोजित सम्यक् ज्ञान शिक्षण शिविर 2025 मे प्रतिदिन ज्ञान पिपासुओ की संख्या वृद्धि को प्राप्त हो रही है।
शास्त्री ने बताया कि धर्म नगरी भीण्डर में सैकड़ों की संख्या में महिलाए प्रश्नोतर रत्न मालिका का लाभ ले रही है। सांगानेर से आए व्याख्याता दीपक जैन ने बताया कि धर्म आत्म कल्याण का मार्ग है। केशव नगर आदिनाथ जैन मन्दिर से धनपाल जेतावत ने बताया कि हमारे यहाँ शिविर में प्रतिदिन आने वाले सभी के लिए शुद्ध सात्विक भोजन की व्यवस्था भोजन शाला में निशुल्क की गई है। जिससे सभी निर्विकल्प धर्म लाभ ले, भोजन शाला प्रभारी जिनेन्द्र गजेंद्र बताया कि प्रतिदिन 350 लोग यहा शुद्ध भोजन गृहण करके धर्म लाभ प्राप्त कर रहे है। लकड़वास मन्दिर से भेरुलाल जैन ने बताया कि बच्चों को प्रतिदिन पूजन अभिषेक का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। धर्म प्रभावना समिति के कुंथु कुमार गणपतोत ने बताया कि संस्कार शिविरों मे सुख शांति के साथ जीवन जीने की कला सिखाई जाती है।
महेंद्र टाया ने बताया कि उदासीन आश्रम में विद्ववानों ने सिखाया कि धर्म से ही विषम परिस्थितियो मे समता परिणाम आते है माणिक चन्द्र लूहाडिय़ा एवम शशि कांत शाह ने बताया की शिविर से लगभग 2000 लोग लाभांवित हो रहे है। सेक्टर 4 पाश्र्व नाथ जी मे भी झमकलाल जैन, सुंदर जैन के व्यवस्था में शिवीर प्रारम्भ हो गया है। इस अवसर पर नरेंद्र टाया, प्रकाश अखावत, राजेश वैद्, विकास गदिया, अशोक , ललित अग्रवाल, नरेंद्र बैनाडा, अनिल बाकलीवाल, रमेश वालावत, राजेश टाया, विनोद भोजावत, मदन गंगवाल, सुमित प्रकाश वालावत, प्रेमचन्द्र देबालि, गौरव बडजात्या आदि रहे।