दृष्टिबाधित राज्य स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता बुधवार से

उदयपुर। समिधा दृष्टि-दिव्यांग मिशन, उदयपुर की ओर से दृष्टिबाधित बालकों व युवाओं के लिए तीन दिवसीय राज्य स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता बुधवार से प्रारम्भ होगी। मिशन के प्रवर्तक डॉ चंद्रगुप्त सिंह चौहान ने बताया कि स्थानीय कृषि उपज मंडी के रेती स्टेंड स्थित किसान भवन में पंजाब के राज्यपाल माननीय गुलाब चंद कटारिया के मुख्य आतिथ्य में अपरान्ह साढे तीन बजे प्रतियोगिता का शुभारम्भ होगा।
4 से 6 जून तक चलने वाली उदयपुर में इस तरह की यह पहली प्रतियोगिता होगी। इसमें विशेष प्रकार की चौसर व मोहरे होंगे जिन्हें छूकर दृष्टिबाधित बालक अपनी चालें चलकर शह व मात देंगे। इस आयोजन में राजस्थान के लगभग सभी जिलों से दृष्टिबाधित बालक भाग ले रहे हैं। उनके भोजन, आवास सहित अन्य सभी तरह की सुविधाओं का बेहतर प्रबंध किया गया है। उदयपुर में इस तरह के आयोजन के पीछे मूल उद्देश्य राज्य व केंद्र सरकार का ध्यान आकृष्ट करना है। जिससे कि तकनीक के इस दौर में दृष्टिहीन बालकों के मानसिक विकास व कला कौशल के लिए बेहतर खेल सुविधाओं की नई योजनाएं तैयार हो सके। साथ ही वर्तमान दौर में बालकों व युवाओं को मोबाइल की लत से दूर कर खेलों के माध्यम से उनकी छिपी हुई प्रतिभा को निखारा जा सके।
आयोजन समिति के अध्यक्ष आकाश वागरेचा ने बताया कि इस प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर प्रदेश के जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी, निंबाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन का विशिष्त आतिथ्य रहेगा।
प्रतियोगिता के दौरान एवं समापन अवसर पर सांसद डॉ. मन्नालाल रावत, राज्यसभा सदस्य चुन्नीलाल गरासिया, ग्रामीण क्षेत्र के विधायक फूलसिंह मीणा, मावली विधायक पुष्कर डांगी, वल्लभनगर विधायक उदयलाल डांगी, गोगुंदा विधायक प्रताप गमेती सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। प्रतियोगिता के संचालक मुकेश जाट ने बताया कि प्रतियोगिता में 73 दृष्टिबाधित बालक भाग ले रहे हैं। निर्णायक मंडल में भी दृष्टिबाधित जज होंगे, जो कि अजमेर व अन्य स्थानों से आ रहे हैं।