हर व्यक्ति की सबसे पहली गुरु होती है उसकी मां : राष्ट्रसंत आचार्य पुलक सागर

हर व्यक्ति की सबसे पहली गुरु होती है उसकी मां : राष्ट्रसंत आचार्य पुलक सागर
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उदयपुर। सर्वऋतु विलास स्थित महावीर दिगम्बर जैन मंदिर में चातुर्मास को विराजित राष्ट्रसंत पुलक सागर महाराज का चातुर्मास धूमधाम से सम्पादित हो रहा है। चातुर्मास समिति के अध्यक्ष विनोद फान्दोत ने बताया कि गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी शहर जिला उदयपुर के पदाधिकारियों द्वारा आचार्यश्री के दर्शन कर उनको श्रीफल भेंट कर उनका आशीर्वाद लिया। फान्दोत ने बताया कि सर्वप्रथम भाजपा शहर जिला अध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड़ ने आचार्य श्री के चरणों में अभिवादन चरण वंदन कर राजनीतिक संगठन की ओर से गुरु पूर्णिमा महोत्सव पर्व को संपूर्ण प्रदेश में मनाने की योजना एवं उसी के माध्यम से साधु संतों के सम्मान का कार्य करने की मुख्यमंत्री की भावना को उन तक पहुंचाई। उन्होंने इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा प्रेषित आचार्यश्री के सम्मान में संदेश को वाचन कर सुनाया। तत्पश्चात गजपाल सिंह राठौड़, शहर विधायक ताराचंद जैन, महामंत्री किरण जैन, अतिरिक्त जिलाधीश दीपेंद्र सिंह, देवस्थान के सहायक आयोग जतिन गांधी ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का संदेश आचार्यश्री को भेंट किया। तत्पश्चात उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं ने आचार्यश्री को अभिवादन कर श्रीफल भेंट किया।

चातुर्मास समिति के महामंत्री प्रकाश सिंघवी ने बताया कि इस अवसर पर आचार्य पुलक सागर महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहा कि हर व्यक्ति की सबसे पहली गुरु उसकी मां होती है तत्पश्चात उनके पिता और उसके बाद उनका आध्यात्मिक और सनातन की शिक्षा देने वाले गुरु होते हैं जो सर्वश्रेष्ठ होते हैं वही गुरु ईश्वर तक पहुंचाने का मार्ग भी बताते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जिस प्रकार से गुरु पूर्णिमा के पर्व पर साधु संतों का सम्मान करने का निर्णय लिया है वह सनातन धर्म को आगे बढ़ाने वाला एवं रक्षा करने वाला सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि पहली बार किसी मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री ने साधु संतों और सनातन धर्म के बारे में इतना अच्छा निर्णय लिया है स्वागत योग्य है उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री संपूर्ण प्रदेश में जा तो नहीं सकते परंतु जिस प्रकार सूर्य अपनी किरणों को प्रत्येक तालाब तक पहुंचा देता है परंतु स्वयं नहीं जा पाता और उनकी किरणों से सभी तालाबों में हजारों कमल खिलते हैं वैसे तो संपूर्ण देश में कमल ही खिल रहे हैं। इस प्रकार मुख्यमंत्री ने भी अपने कार्यकर्ताओं को प्रत्येक साधु संतों तक पहुंच कर उनके सम्मान का कार्यक्रम किया।

आचार्यश्री ने कहा कि इस प्रकार की सोच कैसा चिंतन सुंदर विचार पहले किसी भी मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के मन में नहीं आया उन्होंने गुरु चरणों में जो संदेश भेजा है वह बहुत ही पवित्र भाव से भेजा गया संदेश है और उन्होंने संपूर्ण राजस्थान के लिए आशीर्वाद मांगा है की राजस्थान फूले फले समृद्धिशाली हो तो मैं अकेले ही राजस्थान को नहीं संपूर्ण भारत को आशीर्वाद देता हूं कि यह भूमि फले फूले शस्य श्यामला बनी रहे तेरा वैभव अमर रहे, मां भारती के लिए लोग समर्पित रहे।

आचार्य ने कहा कि हमें राजनीति करने का नहीं अभी तो अपनी संस्कृति व सभ्यता को बचाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब हम रास्ते से गुजरते थे लोग हम पर फिकरे कसते थे अपशब्द कहते थे पर जब से यह सुशासन आया है देश में पिछले 10 वर्षों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने के बाद उनकी सोच के मुताबिक की धर्म से समझौता नहीं होगा और धर्म के लिए सदैव समर्पित रहेंगे तब से स्थितियां बिल्कुल ही बदल गई है। उन्होंने कहा कि जैसे ही प्रदेश में प्रवेश किया हमारे विधायक ताराचंद जैन उनके प्रयासों से उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि यह राष्ट्रीय संत है एवं विहार करते हैं लोग इन्हें सुनने आते हैं तब उनके प्रयास से मुख्यमंत्री ने उन्हें राजकीय अतिथि का सम्मान प्रदान किया। वह तो हमेशा अतिथि ही रहेंगे और अतिथि वह होता है जिसके आने की ना तो कोई तारीख तय होती है ना उसके जाने की तारीख तय होती है उदयपुर में वह चार माह तक चातुर्मास कार्यक्रम में रहेंगे।

चातुर्मास समिति के परम संरक्षक राजकुमार फत्तावत ने बताया कि इस अवसर पर उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन , भाजपा उदयपुर शहर जिलाध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड़, वरिष्ठ नेता प्रमोद सामर , राष्ट्रीय पुलक मंच अध्यक्ष विनोद फाँदोत, कार्यक्रम संयोजक वैभव भंडारी , गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम सह संयोजक बलवीर सिंह दिगपाल, गोविंद दीक्षित, पूर्व महापौर रजनी डांगी, डा.किरण जैन, किरण तातेड़, कुन्तीलाल जैन, चंचल कुमार अग्रवाल, जगदीश शर्मा, मीडिया संभाग प्रभारी चंचल कुमार अग्रवाल, शैलेंद्र चौहान,पदम शर्मा, करण सिंह शक्तावत, प्रकाश अग्रवाल, देवीलाल सालवी, दीपक बोलिया, सत्यनारायण मोची, जितेंद्र मारू, मंडल अध्यक्ष अमृत मेनारिया, रुचिका चौधरी, कन्हैया वैष्णव, मुकेश जोशी, राजेश स्वर्णकार सर्वऋतु विलास समिति अध्यक्ष रवीन्द्र सुराणा, शहर मंडल कार्यकर्ता विष्णु प्रजापत, घनश्याम मेनारिया कुंदन चौहान, राकेश जैन, जयंत ओझा, दामोदर खटोड़, राजेश अग्रवाल, ओम पारिख, सुरेंद्र सिंह पंवार, गौरव अग्रवाल, कपिश जैन, अंशुमन डिगवा ,गौरांग शर्मा, पुष्कर मेघवाल, विजयलक्ष्मी कुमावत सुभाषिणी शर्मा, सपना कुर्डिया चन्द्रकला बोल्या, सोनिका जैन, कुसुम पंवार, माधुरी राठौड़, संतोष मेनारिया, दिशा श्री भण्डारी, आई टी मीडिया खुशबू मालवीय आदि उपस्थित थे

- 12 जुलाई को होगा गुरु गुणगान महोत्सव

चातुर्मास समिति के कार्याध्यक्ष आदिश खोड़निया ने बताया कि आचार्य पुलक सागर महाराज के चातुर्मास के तहत शनिवार 12 जुलाई को दोपहर 2 बजे टॉउन हॉल परिसर में गुरु गुणगान महोत्सव का आयेाजन किया जाएगा। अवसर पर सभी भक्तजन अपने-अपने तरीके से गुरु भक्ति करेंगे।

- 13 जुलाई को होगी दिव्य मंगल कलश स्थापना

चातुर्मास समिति के प्रचार-प्रचार संयोजक विप्लव कुमार जैन ने बताया कि रविवार 13 जुलाई को दोपहर 2 बजे टाउन हॉल में चातुर्मास के मंगल कलश की स्थापना होगी। जिसमें उदयपुर, डूंगरपुर, सागवाड़ा, साबला, बांसवाड़ा, धरियावद, भीण्डर, कानोड़, अण्डिदा, सहित कई जगहों से श्रद्धालु पहुंचेंगे।

- ज्ञान गंगा महोत्सव 20 जुलाई से 15 अगस्त तक

मुख्य संयोजक अशोक शाह एवं गौरवाध्यक्ष शांतिलाल मनोत ने संयुक्त रूप से बताया कि चातुर्मास श्रृंखला में पहला कार्यक्रम ज्ञान गंगा महोत्सव 20 जुलाई से 15 अगस्त तक आयोजित होगा । जिसमें 26 दिनों तक सर्वधर्म के धर्मावलम्बियों के लिए विशेष प्रवचन श्रृंखला आयोजित होगी। ज्ञान गंगा महोत्सव के अंतर्गत 31 जुलाई को मोक्ष सप्तमी, 9 अगस्त को रक्षाबंधन एवं 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर विशेष आयोजन होंगे । ज्ञान गंगा महोत्सव में राष्ट्र संत पुलक सागर महाराज के विशेष प्रवचन होंगे।

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