दिव्यांगजन को दिए जाएंगे 12 करोड़ के रियायती ऋण
उदयपुर, । राष्ट्रीय दिव्यांगजन वित्त और विकास निगम (एनडीएफडीसी) ने राजस्थान में दिव्यांगजनों (विकलांग व्यक्तियों) के कल्याण के लिए बनाई गई विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन की समीक्षा की। इस दौरान 2024-25 के दौरान राजस्थान एससी एसटी वित्त और विकास सहकारी निगम के माध्यम से राजस्थान में दिव्यांगों को 12 करोड़ रुपये के रियायती ऋण जारी करने का निर्णय लिया गया।
एनडीएफडीसी के सीएमडी नवीन शाह और डीईपीडब्ल्यूडी के डीडीजी किशोर सुरवाडे ने दिव्यांगजनों को स्वरोजगार और उच्च शिक्षा के लिए रियायती ऋण प्रदान करके सशक्त बनाने के उद्देश्य से एनडीएफडीसी विकासात्मक योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान, एनडीएफडीसी के अधिकारियों ने कार्यान्वयन प्रक्रिया में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की और इन योजनाओं की पहुंच और प्रभाव में सुधार के लिए समाधान तलाशे। चर्चा के दौरान कमियों की पहचान करने, बाधाओं को दूर करने और पूरे राजस्थान में दिव्यांगजनों के लिए संसाधनों तक बेहतर पहुंच सुनिश्चित करने के लिए वितरण तंत्र को बढ़ाने पर जोर दिया। 2024-25 के दौरान राजस्थान एससी एसटी वित्त और विकास सहकारी निगम के माध्यम से राजस्थान में दिव्यांगों को 12 करोड़ रुपये के रियायती ऋण जारी करने का निर्णय लिया गया। राजस्थान एससीएसटी कॉर्पाेरेशन की एमडी श्रीमती ममता राव और जीएम एसआर चावला और एमडी राणावत ने इस उद्देश्य के लिए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। एनडीएफडीसी पूरे भारत में दिव्यांगजनों के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के अपने मिशन के लिए प्रतिबद्ध है। राजस्थान एससी/एसटी वित्त और विकास निगम जैसी राज्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम करके, एनडीएफडीसी का लक्ष्य विकलांग व्यक्तियों के लिए अधिक समावेशी और सहायक वातावरण बनाना है, जिससे समाज में उनकी पूर्ण भागीदारी सुनिश्चित हो सके। ’एनडीएफडीसी के बारे में’ राष्ट्रीय दिव्यांगजन वित्त और विकास निगम (एनडीएफडीसी) भारत सरकार का एक संगठन है जो विभिन्न वित्तीय और विकासात्मक योजनाओं के माध्यम से विकलांग व्यक्तियों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए समर्पित है।