वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान बना जन आंदोलन, उदयपुर जिला टॉप 5 में

वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान बना जन आंदोलन, उदयपुर जिला टॉप 5 में
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उदयपुर। जल एवं पर्यावरण संरक्षण को लेकर प्रारंभ किया गया वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशा के अनुरूप जन आंदोलन का रूप ले रहा है। उदयपुर जिले में जिला कलक्टर नमित मेहता के नेतृत्व में अभियान के तहत बहुत अच्छे आयोजन हो रहे हैं। इसमें हजारों लोगों की भागीदारी भी दर्ज की जा रही है। अभियान में उदयपुर जिला टॉप 5 जिलों में शामिल हो गया है।

प्रदेश भर में जल संचय एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर 5 से 20 जून तक वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान चलाया जा रहा है। इसमें प्रतिदिन विविध गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। उदयपुर में भी अभियान का आगाज 5 जून को प्रभारी मंत्री श्री हेमन्त मीणा के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इसके साथ ही उत्सवी माहौल में जिले भर में अभियान के तहत जल पूजन, कलश यात्रा, जलस्त्रोतों की सफाई, जल सेवा, पौधरोपण सहित विविध गतिविधियां प्रारंभ हुई। उदयपुर जिले में अब तक 1800 से अधिक गतिविधियां आयोजित की जा चुकी हैं। राज्य सरकार ने अभियान की मोनिटरिंग के लिए ऑनलाइन पोर्टल भी लांच किया है, इसमें प्रत्येक गतिविधि की फोटो सहित एंट्री हो रही है। पोर्टल के मुताबिक उदयपुर जिला प्रदेश भर में टॉप 5 जिलों में शामिल हो चुका है। उदयपुर में अब तक 38 तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें 2 लाख 60 हजार से अधिक लोगों की भागीदारी रही है। पहले स्थान पर जोधपुर जिला है।

जिला कलक्टर नमित मेहता ने टीम उदयपुर को बधाई देते हुए अभियान के तहत अधिक से अधिक आयोजन तथा आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अभियान में जनप्रतिनिधियों और आमजन का अच्छा सहयोग मिल रहा है। आगामी दिनों में अभियान में और तेजी लाई जाएगी। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को फील्ड इंवेट के साथ-साथ पोर्टल पर एंट्री पर भी पूरा ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन कार्यों का अवलोकन, पौधरोपण की तैयारी

वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत मंगलवार को जलग्रहण गतिविधियों पर फोकस रहा। इसके तहत जिले भर में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.1 के तहत पूर्ण हुए कार्यों का अवलोकन किया गया, साथ ही मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.2 के तहत नवीन स्वीकृतियां भी जारी की गई। जिले भर में जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में विविध गतिविधियां आयोजित की गई। चारागाहों का चिन्हीकरण, हरयाळो राजस्थान के तहत पौधरोपण की भी तैयारियां की गई। ब्लॉक स्तर पर जागरूकता गतिविधियां भी हुई। इसमें जल पूजन, कलश यात्राएं, शपथ ग्रहण, श्रमदान आदि शामिल रहे।

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