आयड़ मंदिर में चातुर्मास कलश स्थापना दिवस पर मुख्य यजमानों ने ली बोलियां

उदयपुर। श्री चंद्र प्रभु दिगम्बर जैन मंदिर आयड़ एवं सकल दिगंबर जैन समाज की के तत्वावधान में आयोजित समाधि सम्राट आचार्य अभिनंदन सागर महाराज की सुयोग्य शिष्या आर्यिका प्रसन्नमति का वर्षायोग 2025 के चातुर्मास कलश स्थापना समारोह का आयोजन धूमधाम से सम्पन्न हुआ। मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष भंवरलाल गदावत ने बताया की संगीतकारों की मधुर स्वर लहरियों के बीच चर्तुमास कलश स्थापना दिवस पर मुख्य यजमानों ने ली बोलियां व धर्म प्रभावना की इस गंगा की प्रवाह में अपना योगदान दिया। ध्वजारोहण श्रेष्ठी शांतिलाल वेलावत व विजयलाल वेलावत ने किया। मंडप उद्घाटन सुरेश कुमार- नाथी देवी, अरुण कुमार-लक्ष्मी देवी, मुकेश कुमार- सुमित्रा देवी लखावाला ने किया।
महामंत्री सुरेश लखावला ने बताया कि श्री चंद्रप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर आयड़ में कलश स्थापना के मुख्य कलश की बोली श्रेष्ठी भंवरलाल- मंजुदेवी गदावत, दिनेशकुमार- जयश्रीदेवी, धर्मेंद्र-रिची, चिरंजीवी- सोना, अक्षय- भाविका, हितांशु ,दक्ष व सांची, गदावत तथा आशीष कुमार-सुरभि यमन, लक्ष्य जोलावत ने ली। उसके बाद सम्यक् दर्शन कलश की बोली छोटूलाल, दीपक कुमार, आरती चित्तौड़ा द्वारा ली गई। सम्यक ज्ञान कलश की बोली अंजना -निर्मल कुमार, मयूरी, चारुश्री बोहरा ने ली। सम्यक चारित्र कलश की बोली राजेंद्र कुमार, गजेंद्र कुमार, प्रभुलाल चित्तौड़ा ने ली। गुरु कलश की बोली श्रेष्ठी खुबीलाल-बदाम देवी, राजेश कुमार अदवासीया चित्तौड़ा ने ली। औषधि कलश की बोली सुभाष -किरण, अंकित-नताशा बडजात्या जयपुर ने ली। मंच संचालन डॉ. राजेश देवड़ा द्वारा किया गया।
