1200 यात्री आचार्य महाश्रमण के दर्शनार्थ 15 सितम्बर को सुरत जाएंगे

उदयपुर। श्री मेवाड़ जैन श्वेताम्बर तेरापंथी कॉन्फ्रेंस के तत्वावधान में रविवार 15 सितम्बर को सम्पूर्ण मेवाड़ से 1200 यात्री 33 स्लीपर कोच बसों के माध्मय से वस्त्र नगरी सुरत में आचार्य महाश्रमण के दर्शन के लिए रवाना होंगे। भीलवाड़ा जिले की बसे सांय 4 बजे, राजसमंद जिले की बसे सांय 6 बजे तथा उदयपुर जिले की बसे शाम 7 बजे महाप्रज्ञ विहार से प्रारम्भ होगी।

कॉन्फ्रेस अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने बताया कि मेवाड़ के कोने-कोने से पर्युषण पर्व की समाप्ति पर क्षमायाचना करने सामूहिक रूप से आचार्य महाश्रमण के श्रीचरणों में पहुंचेंगे। मुख्य रूप से बसें भीलवाड़ा, पुर, गंगापुर, दौलतगढ़, लाछूड़ा, आसींद, भीम, देवगढ़, बरार, पड़ासली, केलवा, राजनगर, आमेट, कांकरोली, नाथद्वारा, उदयपुर, गोगुन्दा, चित्तौडग़ढ़ आदि क्षेत्रों से सुरत पहुंचेगी। जहां मुख्य रूप से 2025 अहमदाबाद चातुर्मास के बाद आचार्य महाश्रमण से एक माह मेवाड़ में बिराजने की अभ्यर्थना की जाएगी। साथ ही 2031 का चातुर्मास मेवाड़ में करने का पूरजोर निवेदन किया जाएगा।

कॉन्फ्रेंस के महामंत्री बलवंत रांका ने बताया कि गुरु दर्शन यात्रा में सहाड़ा विधायक लादूलाल पितलिया, राजसमंद विधायक दीप्ती किरण माहेश्वरी भी शामिल होंगी। यात्रा का मुख्य संयोजकीय दायित्व महेन्द्र कोठारी (विकास) व भूपेन्द्र चोरडिया को दिया गया है। जिन्होनें उदयपुर जिला का संयोजक विनोद माण्डोत, भीलवाड़ा जिला के संयोजक सुनील दक तथा राजसमंद जिला संयोजक कमलेश कच्छारा को मनोनित किया।

पुरी संयोजकीय टीम जोर-शोर से तैयारियों में लगी हुई है तथा सभी यात्री अपने-अपने क्षेत्र में चातुर्मासरत साधु-साध्वियों से मंगलपाठ श्रवण कर यात्रा प्रारम्भ करेंगे।

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