शहर के 10 स्कूल के लगभग 3500 बच्चों ने लिया भाग

उदयपुर । सर्वऋतु विलास स्थित महावीर दिगम्बर जैन मंदिर में राष्ट्रसंत आचार्य पुलक सागर महाराज ससंघ का चातुर्मास भव्यता के साथ संपादित हो रहा है। गुरुवार को टाउन हॉल नगर निगम प्रांगण में 27 दिवसीय ज्ञान गंगा महोत्सव के 19वें दिन नगर निगम प्रांगण में विशेष प्रवचन हुए। चातुर्मास समिति के अध्यक्ष विनोद फान्दोत ने बताया कि गुरुवार को कार्यक्रम में स्कॉलर एरिना स्कूल, इंडो अमेरिकन स्कूल, विट्टी इंटरनेशनल स्कूल, बडाला क्लासेज, सेंट एंथोनी स्कूल, देहली पब्लिक स्कूल, रसिकलाल माणिकचंद धारीवाल स्कूल, आलोक सीनियर सेकेंडरी स्कूल, पायनियर स्कूल, सेंट्रल एकेडमी स्कूल हिरण मगरी एवं सरदारपुरा, स्टेप बाय स्टेप पब्लिक स्कूल, द यूनिवर्सल सेकेंडरी स्कूल, दिगम्बर जैन बालिका स्कूल, स्वामी विवेकानंद स्कूल, हैप्पी होम स्कूल, सीडलिंग स्कूल, सरकारी स्कूल जाबला एवं निंबार्क टीटी कॉलेज के लगभग 3500 बच्चे एवं 100 अध्यापक अध्यापिकाएं उपस्थित रहे । कार्यक्रम के संयोजक डॉ. लोकेश जैन, प्रीति सोगानी एवं राहुल बडाला थे ।
चातुर्मास समिति के परम संरक्षक राजकुमार फत्तावत व मुख्य संयोजक पारस सिंघवी ने बताया कि ज्ञान गंगा महोत्सव के 19वें दिन आचार्य पुलक सागर महाराज ने कहा हमारे देश में कोई महापुरुष पैदा नहीं हुआ । कोई विवेकानंद, महात्मा गांधी, रानी लक्ष्मी बाई पैदा नहीं हुई पैदा हुए तो नरेंद्र, मोहनदास करमचंद और मनु हुई, आगे चलकर उनके कार्यों ने उन्हें महापुरुष बनाया । ये लोग अपने सत्कर्मों, आदर्शों एवं सद्गुणों से महापुरुष बने । आप में से भी कोई महापुरुष बन सकता है । इंसान को नाम से नहीं काम से पहचाना जाता है, तुम भले ही उससे नहीं मिलो, लेकिन काम उसके बड़े है तो दुनिया स्वत: उसे जान लिया करती है । जितने भी महापुरुष बने हम लोग उनसे नहीं मिले लेकिन हम सभी उन्हें उनके कार्यों से जानते है । पहचान मिलती नहीं है, पहचान खुद बनानी पड़ती है । कोई अपना नाम श्री राम रखले कोई सीता रखले तो लोग उन्हें प्रणाम नहीं करेंगे । लेकिन आपके कार्य अगर अच्छे हो फिर नाम कुछ भी हो दुनिया तुम्हे अपने पलकों पर बिठा कर रखेगी । कल्पना चांवला, सुनीता विलियम्स से हम कभी नहीं मिले है लेकिन पूरा विश्व उन्हें जानता है । कल्पना चांवला के मन में एक बात थी, दुनिया मुझे मेरे माता पिता के नाम से नहीं, मेरे नाम से मेरे माता पिता को जाना जाए, तो उन्होंने ये सार्थक किया । आप स्कूल के नाम से जाने जाए तो इसमें कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन स्कूल अगर तुम्हारे नाम से जाना जाए तो यह बहुत बड़ी बात हुआ करती है । जीवन में जिसमें कुछ कर गुजरने के हौसले होते है वह अपना नाम अवश्य रोशन करता है । गरीबी कभी विकास में बाधा नहीं बनती, जितने महापुरुष इस देश में बने है लगभग सभी गरीब और सामान्य परिवार से है । बेहतरीन शिक्षा ही महापुरुषों का निर्माण करती है । सूरज भले ही ढल जाए लेकिन लेकिन ज्ञान का दिया कभी नहीं बुझता । यदि आपने पढ़ाई अच्छी की है, और तुमने कुछ अलग किया है तो तुम्हे कंपनियों के दरवाजे खटखटाने की जरूरत नहीं है, कंपनियां खुद चल कर तुम्हारे पास आएगी । अच्छा स्कूल वो नहीं होता जिसकी बिल्डिंग अच्छी हो, जिसका फर्नीचर अच्छा हो । अच्छा स्कूल तो वो होता है, जो अच्छी शिक्षा प्रदान करें । सरकारी स्कूल में पढक़र भी बच्चे कलेक्टर और बड़े बड़े सरकारी पदों पर आसीन हो जाया करते है ।
- गत दिनों स्कूल वाली घटना के कारण शिक्षामंत्री ने नहीं करवाया मंच पर स्वागत
प्रचार संयोजक विप्लव कुमार जैन ने बताया कि गत दिनों झालावाड़ में एक स्कूल की छत गिर जाने वाली घटना में नन्हे मुन्हें बच्चों के दिवंगत हो जाने के कारण शिक्षामंत्री दिलावर ने कार्यक्रम में चातुर्मास कमेटी से अपना स्वागत नहीं करवाया, सिर्फ राष्ट्रसंत पुलकसागर से आशीर्वाद लिया और बच्चों से अपने मन की बात साझा की और कहा अब से शिक्षा विभाग,पंचायती राज और संस्कृत शिक्षा विभाग में सिर्फ भारत में बने सामान की ही खरीद की जाएगी। तीनों विभागों में विदेश में निर्मित सामान की खरीद पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। मदन दिलावर ने आगे कहा- ऐसे में अगर शिक्षा विभाग का कोई भी अधिकारी-कर्मचारी विदेशी सामान की खरीद करेगा, तो उसके खिलाफ न सिर्फ सख्त एक्शन लिया जाएगा। बल्कि, खरीदे गए सामान का भुगतान भी उसी से वसूला जाएगा। शिक्षा मंत्री ने बुधवार को अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करके यह जानकारी साझा की। दिलावर ने कहा- हम चाहते हैं कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया अभियान की परिकल्पना को साकार करें। इसी सोच के साथ हमने राजस्थान के शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग और संस्कृत शिक्षा विभाग में इस पहल को शुरू किया है। इससे भारत में निर्मित सामानों का उपयोग बढ़ेगा और हमारी अर्थव्यवस्था पर भी इसका सकारात्मक असर होगा। दिलावर ने कहा- अगर कोई ऐसी वस्तु है, जो सिर्फ विदेश में ही निर्मित होती है और हमारे लिए अति आवश्यक है तो उसे मंत्री स्तर पर अनुमति के बाद ही खरीदा जाएगा।
चातुर्मास समिति के महामंत्री प्रकाश सिंघवी ने बताया कि 9 अगस्त को रक्षाबंधन एवं 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर विशेष आयोजन होंगे । इस अवसर पर विनोद फान्दोत, राजकुमार फत्तावत, शांतिलाल भोजन, आदिश खोडनिया, पारस सिंघवी, अशोक शाह, शांतिलाल मानोत, नीलकमल अजमेरा, शांतिलाल नागदा सहित उदयपुर, डूंगरपुर, सागवाड़ा, साबला, बांसवाड़ा, ऋषभदेव, खेरवाड़ा, पाणुन्द, कुण, खेरोदा, वल्लभनगर, रुंडेडा, धरियावद, भीण्डर, कानोड़, सहित कई जगहों से हजारों श्रावक-श्राविकाएं मौजूद रहे।
