कला धरोहर-मीरा भजन ने मन मोहा

कला धरोहर-मीरा भजन ने मन मोहा
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उदयपुर/ राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय उदयपुर में संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के तत्वाधान में संत मीराबाई की 525 वीं जयंती के अवसर पर “कला धरोहर” श्रृंखला के तहत दो दिवसीय मीरा भजन कार्यशाला के दूसरे दिन मीरा के भजनों की प्रस्तुतियां हुई। इस अवसर पर कृष्णा दांत्या, दुष्यंत चारण, लव कुमार, किरण डांगी, कविता लोहार, परम त्रिवेदी, पायल राजपूत, विशाल राठौड़ ने मीरा भजन की प्रस्तुति दी।

कार्यक्रम संयोजिका पुणे की प्रतिष्ठित कलाकार सानिया पाटनकर ने मंच पर पर प्रस्तुति देते समय ध्यान रखने वाली बिंदुओ की जानकारी दी। संत शिरोमणि मीराबाई के भजन “पायो जी मैंने राम रतन धन पायो” और “पिया जी म्हारे नैणा आगे रहियो जी” सिखाया और भजन गायकी में स्वर के लगाव और बारीकियां से भाव उत्पन्न की प्रक्रिया से अवगत करवाया ।

कार्यशाला में संगीत नाटक अकादमी की “कला धरोहर” श्रृंखला की जानकारी देते संयोजिका लाजवंती बनावत ने दो दिवसीय कार्यशाला की रूपरेखा बताई। विलास जानवे ने कलाकारों का परिचय दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. वैशाली देवपुरा व कौशल सोनी ने किया। आभार कौशल सोनी ने जताया। कार्यशाला में डॉ.अशोक सोनी, डॉ भावना आचार्य, डॉ मंजू फडिया, डॉ सरोज कुमार, डॉ. भवशेखर, सुनीता आर्य, प्रिया सोलोमन, शिवे शर्मा आदि संकाय सदस्य उपस्थित रहे।

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