पट्टों की मांग को लेकर उदयपुर के चारों प्रवेश द्वारों पर ढोल-नगाड़ों के साथ प्रदर्शन

उदयपुर । उदयपुर विकास प्राधिकरण की पैराफेरी पंचायतों और नगर निगम में शामिल गांवों में पट्टे जारी करने की मांग को लेकर आंदोलन तेज हो गया है। पैराफेरी पंचायत जिला संघर्ष समिति के आह्वान पर बुधवार को उदयपुर शहर की चारों दिशाओं में ग्रामीणों ने ढोल बजाकर और टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। ढोल की थाप पर ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ अपना आक्रोश जताया और नारेबाजी करते हुए अपने अधिकारों की मांग की।
सुबह 11 बजे से शहर के प्रमुख प्रवेश द्वारों पर प्रदर्शन शुरू हुआ। पूर्व दिशा में देबारी ब्रिज हनुमान चौराहा, पश्चिम में रामपुरा चौराहा, उत्तर में भुवाणा चौराहा और दक्षिण में बलीचा क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए। भुवाणा चौराहे पर आसपास की पंचायतों के लोगों ने टायर जलाकर प्रदर्शन किया और पट्टों सहित अन्य मांगों को लेकर आवाज बुलंद की।
संघर्ष समिति का कहना है कि यूडीए और नगर निगम में शामिल पंचायतों की समस्याओं को लेकर कई बार प्रशासन को अवगत कराया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला। प्रमुख मांगों में 31 दिसंबर 2024 तक की आबादी वाली भूमि पंचायतों को सौंपना, बिना नोटिस तोड़े गए मकानों का मुआवजा देना और नए पहाड़ी गांवों को यूडीए पैराफेरी से बाहर करना शामिल है।
संघर्ष समिति ने चेतावनी दी है कि यदि मांगें नहीं मानी गईं तो 16 दिसंबर को 205 गांवों के लोग कलेक्ट्रेट पर हल्ला बोल प्रदर्शन करेंगे।
