संभाग स्तरीय आउटरीच और जागरूकता कार्यशाला एवीजीसी-एक्सआर, रोबोटिक्स और कोडिंग पारिस्थितिकी तंत्र के विकास को मिलेगा बढ़ावा

उदयपुर, । सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के तत्वावधान में संभागीय स्तरीय आउटरीच और जागरूकता कार्यशाला शुक्रवार को मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय (एमएलएसयू) परिसर में आयोजित हुई। कार्यशाला में शिक्षा जगत, स्टार्टअप और उद्योग जगत से जुड़े ख्यातनाम लोगों ने भाग लेते हुए एवीजीसी-एक्सआर, रोबोटिक्स और कोडिंग पारिस्थितिकी तंत्र के विकास को मिलेगा बढ़ावा देने के लिए उद्योग सहयोग और कौशल विकास के लिए विचार साझा किए।

स्टार्टअप और शिक्षा जगत से 150 से अधिक प्रतिभागियों के साथ, कार्यशाला ने उभरते रुझानों, उद्यमशीलता के अवसरों और एवीजीसी-एक्सआर, रोबोटिक्स और कोडिंग में सरकार के नेतृत्व वाली पहलों पर चर्चा को बढ़ावा दिया। एजेंडे में आईस्टार्ट और आईस्टार्ट स्कूल कार्यक्रमों का अवलोकन, राज्य-संचालित एवीजीसी-एक्सआर पहल पर एआईएसए टीम ने प्रस्तुतीकरण दिया। एमएएसी जयपुर के क्रिएटिव डायरेक्टर अनुराग शर्मा ने उद्योग सत्र में इन क्षेत्रों में कैरियर मार्गों और उद्योग वर्कफ़्लो पर प्रकाश डाला। कार्यशाला के दौरान विभिन्न सत्र हुए, जिसमें प्रशिक्षकों ने विषय वस्तु आधारित जानकारी साझा की।

कार्यक्रम का समापन आईस्टार्ट नेस्ट इनक्यूबेशन सेंटर में एक गोलमेज चर्चा के साथ हुआ, जहां शैक्षणिक संस्थान उद्योग विशेषज्ञों, सरकारी अधिकारियों और नवप्रवर्तकों के साथ जुड़े, जिससे एवीजीसी-एक्सआर और डिजिटल प्रौद्योगिकियों के लिए एक उभरते केंद्र के रूप में राजस्थान की स्थिति मजबूत हुई। डीओआईटी एण्ड सीडीएस के वरिष्ठ अधिकारियों ने उद्यमशीलता और उद्योग-संरेखित कौशल पहल को बढ़ावा देने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। हाल ही में लॉन्च की गई राजस्थान एवीजीसी-एक्सआर नीति 2024 और राज्य बजट 2024-25 में घोषित 1000 करोड़ रुपये का फंड राजस्थान को एवीजीसी-एक्सआर क्षेत्र में अग्रणी बनाने के सरकार के दृष्टिकोण को प्रदर्शित किया।

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